दुमका, दिनांक 02/04/2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 133
हर चापाकल पानी दे - और पानी से जीवन मिले
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका
दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने आज चापाकलों को दुरूस्त रखने के लिए चैतरफा अभियान छेड़ दिया है।
सूचना एवं जनसम्पर्क के कलादलों के साथ पेयजल स्वच्छता के कनीय अभियन्ताओं और मिस्त्री को जोड़कर सभी प्रखंडों में हरी झंडी दिखाकर विदा किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु आरम्भ हो चुकी है। इस ऋतु में आमजनों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है उमें पेयजल की समस्या सर्वप्रमुख है। पेयजल उपलब्धता का मुख्य स्त्रोत हैंडपम्प है। गर्मी की आहट होते ही हैंडपैम्प में होने वाली समस्याएँ भी बढ़ जाती है। आमतौर पर हैंडपम्प में तीन प्रकार की समस्याएँ होती है। जिसके कारण पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाता। पहले प्रकार की समस्या के निदान हेतु चापाकल को ही बदलना आवष्यक होता है जबकि दूसरे प्रकार की समस्या के निदान हेतु तकनीकी विषेषज्ञ की सहायता लेना आवष्यक होता है परन्तु तीसरे प्रकार की समस्या ऐसी होती है जिसे आसानी से खुद से ही ठीक किया जा सकता है। आपलोग ग्रामीण जनता को अपना हैण्डपम्प खुद से ठीक कर लेने के लिए जागरुक कर अपने ही भाई बहनों को इस बढ़ती गर्मी में पेयजल की समस्या से निजात दिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक कलादल के साथ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता एवं एक कुषल मिस्त्री/प्लाम्बर भी रहेगा जो हैण्डपम्प/चापाकल की सामान्य खराबी रहने पर इसकी मरम्मति के सम्बन्ध में आमजानों को अवगत करायेंगे। उपायुक्त ने कलादलों को हैण्डपम्प की सामान्य खराबी को ठीक करने से सम्बन्धित जानकारी उपलब्ध कराने वाली सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा तैयार किया गया एक पुस्तिका भी उपलब्ध कराया जिसमें उन सभी प्लम्बर, कर्मचारी एवं पदाधिकारियों के नम्बर भी दिये गये हैं जहाँ आमजन चापाकल खराब होने की स्थिति में अपना षिकायत दर्ज कर सार्वजनिक चापाकल ठीक करा सकते हैं।
दुसरी ओर आज उपायुक्त ने जिला के सभी मुखिया के बीच 14 वें वित्त आयोग के तहत 2015-16 के लिए 6 से 10 लाख तथा 2016-17 के लिए द्वितीय किष्त अर्थात् कुल 35 से 40 लाख रू0 और बालू घाटों की बंदोबस्ती से प्राप्त राषि के 80 प्रतिषत राषि भेजे जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि 14वे वित्त आयोग के अनुसार इस राषि से पेयजल आदि के लिए चापाकल, कुंआ जलाषय आदि पर खर्च करना है। इसलिए सभी मुखिया अपने क्षेत्र के लोगों को पेयजल समस्या को खुद दूर करने में सक्षम हो गये हैं वे आगे बढ़ कर इस कार्य को करें।
उपायुक्त ने पेयजल स्वच्छता विभाग के दोनों प्रमंडलों के सभी इंजीनियरों, मिस्त्री को चापाकल की मरम्मति के लिए आपदा प्रबंधन और विभाग से प्राप्त राषि से अभियान चलाकर कार्य करने का निदेष दिया है।
साथ ही उपायुक्त ने विभाग के टौल फ्री तथा सभी अभियंताओं के नम्बर जारी करते हुए कहा कि विषेष मरम्मति पर चापाकल बदलने या अन्य कोई बात हो तो सूचना दूरभाष पर दी जा सकती है।
उपायुक्त ने कहा कि पीने के पानी की कमी से जूझने में में हमस ब मिलकर प्रयास करें।
इस अवसर पर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, अनुमण्डल पदाधिकारी जिषान कमर, उपनिदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल -1 मंगल पूर्ति, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल -2 साधु शरण, एवं विभिन्न कलादलों के दलनायक एवं सदस्य उपस्थित थे।
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