दुमका, दिनांक 02/04/2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 132
दुमका के उपायुक्त की पानी जिला के सभी मुखिया के नाम
दुमका के उपायुक्त ने आज अपना मन जिला के सभी नव निर्वाचित मुखिया के सामने रखा। सभी मुखिया को भेजे गये एक पत्र में कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन- 2015 के अवसर पर मुखिया पद पर निर्वाचित होने के लिए जिला प्रषासन की ओर से आपको हार्दिक शुभकामनायें। जैसा कि आप अवगत होंगे कि क्षेत्र की जनता ने काफी उम्मीदों के साथ क्षेत्र के विकास एवं उनकी समस्याओं के उचित समाधान हेतु आपको अपना बहुमूल्य मत देकर निर्वाचित किया है। इस प्रकार जनप्रतिनिधि के रूप में निर्वाचित होने के पश्चात से ही आपकी अपने क्षेत्र के लोगों के प्रति जवाबदेही काफी बढ़ जाती है। अतः जनता की समस्याओं को उचित माध्यम के समक्ष रख कर इसके समाधान हेतु समुचित कार्रवाई करना आपका परम कर्तव्य है।
उपायुक्त ने कहा है कि वर्तमान समय में ग्रीष्मऋतु प्रारंभ हो चुकी है। एवं इस ऋतु में आम जनों को मुख्य रूप से पेयजल की समस्या रहती है। अभी से ही समाचार पत्रों एवं अन्य स्त्रोतों से सूचनाएँ प्राप्त हो रही है। कि जिलान्तर्गत कुछ ग्रामों में पेयजल की समस्या है। आगामी माह में यह समस्या और भी गंभीर होने की प्रबल संभावना है। पेयजल की सुविधा हेतु सरकारी स्तर से अधिकांष ग्रामों में जनसंख्या के अनुपात में पर्याप्त संख्या पूर्व से चापाकल अधिष्ठापित है, परन्तु इनमें से कुछ चापानल असमय खराब भी हो जाते है। जिनकी मरम्मति प्राप्त सूचना के आधार पर तत्काल कराने की व्यवस्था की गई है। इस हेतु पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा प्रखंडवार षिकायत नम्बर जारी किये गये हैं। साथ ही जिला जनसम्पर्क कार्यालय, दुमका द्वारा जिला स्तरीय कला दलों को भी विभिन्न पंचायतों में भेजा जा रहा है। प्रत्येक दल के साथ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता एवं एक कुषल मिस्त्री/प्लम्बर लोगों को चापानल की सामान्य खराबी रहने पर इसकी मरम्मति के संबंध में अवगत भी करा रहे हैं। जिला प्रषासन द्वारा स्व मरम्मति हेतु सीखने वाली एक पुस्तिका को भी लोगों में बाँटा जा रहा है।
जनप्रतिनिधि होने के नाते आपके स्तर से भी इस संबंध में सतर्कतापूर्ण कार्रवाई की अपेक्षा की जाती है, क्योंकि जनप्रतिनिधि होने के नाते ग्राम स्तर पर पेयजल की समस्याओं से आप बेहतर रूप से अवगत होंगे।
उन्होंने कहा है कि 14वीं वित्त आयोग के तहत दुमका जिला के प्रत्येक पंचायतों को केन्द्र सरकार से वित्तीय वर्ष 2015-16 के प्रथम किष्त की राषि लगभग छः से दस लाख रू0 अनुदान के रूप में उपलब्ध करायी गयी है। शीघ्र ही प्रथम किष्त की समरूप राषि द्वितीय किष्त के रूप में सभी पंचायतों को उपलब्ध करायी जा रही है। इसके अतिरिक्त वित्तीय वर्ष 2016-17 के प्रथम एवं द्वितीय किष्त की राषि भी केन्द्र सरकार द्वारा 14वीं वित्त आयोग के तहत सीधे पंचायतों को शीघ्र उपलब्ध कराया जायेगा। इस प्रकार प्रत्येक पंचायत को वित्तीय वर्ष 2015-16 एवं 2016-17 में लगभग 35 से 40 लाख रूपये उपलब्ध करायी जा रही है। इसके अतिरिक्त खनन विभाग द्वारा बालू घाट बन्दोबस्ती से प्राप्त राषि का 80 प्रतिषत राषि पंचायतों को उपलब्ध करायी गयी है।
उपायुक्त ने कहा है कि ग्रामीण विकास विभाग (पंचायती राज), झारखण्ड रांची द्वारा ‘‘हमारी योजना हमारा विकास’’ से संबंधित निर्गत दिषा-निर्देष के पृष्ठ सं0-17 के अनुसार 14वीं वित्त आयोग के अनुषंसाओं के साथ-साथ जल एवं स्वच्छता अन्तर्गत ‘‘पेयजल, कपड़ा धोने, स्नान करने के लिए सार्वजनिक कुओं, जलाषयों एवं चापाकलों का निर्माण मरम्मत और अनुरक्षण’’ कराने का प्रावधान किया गया है।
अतएव, ग्रीष्मऋतु में आम जनता को पेयजल की समस्या न हो एवं उन्हें सुलभता से पेयजल उपलब्ध हो इसके लिए आपसे अनुरोध है कि आपके क्षेत्रान्तर्गत खराब/बन्द चापकलों को अविलम्ब सम्यक् सर्वेक्षण कराते हुए तत्काल मरम्मति कराने की कार्रवाई की जाय। मरम्मति कार्य का व्यय नियमानुसार 14वीं वित्त आयोग एवं पंचायत में उपल्बध राषि से किया जाय।
उपायुक्त ने पत्र में आषा व्यक्त किया है कि विभिन्न पंचायतों के मुखिया उपरोक्त कार्यों को तत्परता के साथ एवं पूरे मनोयोग से करेंगे साथ ही भविष्य में अपने क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए पूरे मनोयोग से जन अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करेंगे। इस कार्य में जिला प्रषासन पूर्ण सहायोग हेतु तत्पर है।
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