Monday 10 July 2017

दुमका, 10 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 330 
सावन की पहली सोमवारी को बाबा मंदिर के पट खुलते ही बोल बम के नारों के साथ श्रद्धालुओं ने बाबा  पर जर्लापण किया। कतारबद्ध होकर कांवरिया अपने बारी का इंतजार कर रहे थे। सावन के शुरु होते ही मंदिर परिसर के साथ.साथ पूरे वासुकिनाथ धाम केसरिया रंग में पूरी तरह से रंग चुका है। श्रावणी मेला के दौरान वासुकिनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन की व्यवस्था खूब भा रही है। श्रद्धालु बड़े आसानी से बाबा पर जलार्पण कर पा रहे है। कतारबद्ध कांवरियों को जिला प्रशासन द्वारा की गयी व्यवस्था के कारण ज्यादा देर अपने कतार में खड़ा रहना नही पड़ रहा है। 
वासुकिनाथ धाम में श्रावणी मेला के दौरान जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छता का विशेष ध्यान रख जा रहा है। पूरे कांवरिया रुट लाइन के साथ.साथ पूरे मेला क्षेत्र को जिला प्रशासन द्वारा लगातार सफाई कराया जा रहा है। श्रावणी मेला के दौरान वासुकिनाथ धाम में हजारों हजार की संख्या में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करते हैं। 
श्रावणी मेला के शुरु होते ही वासुकिनाथ पूरी तरह नये.नये दुकानों से सज चुका है। श्रद्धालु सभी दुकानों में अपनी जरुरत की चीजें खरीदते नजर आ रहे हैं।
सभी सुरक्षा कर्मी अपने कर्तव्य स्थल पर तैनात दिखे। किसी प्रकार की अनहोनी न हो इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं का खयाल रखा जा रहा है। सभी सुरक्षा कर्मी श्रद्धालुओं को आसानी से जलार्पण कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
मयूराक्षी कला मंच का प्रस्तुति श्रद्धालुओं को खूब भा रहा है। वासुकिनाथ धाम पूरी तरह से भक्ति मय हो गया है। श्रद्धालु मयूराक्षी कलामंच की प्रस्तुति पर झूमते नजर आ रहे है। जलार्पण करने के बाद श्रद्धालु मयूराक्षी कला मंच की प्रस्तुति सुनने के लिये आते हैं। 
जिला प्रशासन द्वारा सभी सुविधाओं का ख्याल रखा जा रहा है। निःशुल्क आवसन केन्द्र, शुद्ध पेयजल, टेन्ट सिटी मे विश्राम की वी आई पी व्यवस्था आदि ढेरों सुविधा श्रद्धालुओं के लिये की गयी है।
बाबा पर जलार्पण करने से पूर्व श्रद्धालु वासुकिनाथ धाम स्थित शिवगंगा में स्नान करते हैं। स्नान करने के बाद ही आस्था के लोटे में पवित्र गंगाजल लेकर बाबा पर जलार्पण करने के लिये अपनी कदम मंदिर की और बढ़ाते है। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए आपात स्थिति से निपटने के लिये छक्त्थ् की टीम शिवगंगा में सुबह सवेरे से ही मौजूद है।


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