दुमका, 05 जुलाई 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 317
तसर सिटी के नाम से जाना जायेगा दुमका...
मयूराक्षी तसर साड़ी के ब्राण्ड से जाना जायेगा दुमका...
- मुकेष कुमार, उपायुक्त दुमका
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने दुमका के इंडोर स्टेडियम में CSB के सौजन्य से T.S.P एवं वन्य हस्तकरघा रेषम एवं हस्तषिल्प निदेषालय द्वारा तसर रेषम उत्पादकों का एक दिवसीय कार्यषाला का उद्घाटन अर्जुन के पौधे में पानी देकर किया।
कार्यषाला को संबोधित करते हुए दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने कहा कि पूरे राज्य का एक चैथाई तसर उत्पादन दुमका जिला में ही होता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में दुमका को तसर सिटी के नाम से जाना जायेगा जिसके लिए सभी तसर कृषक को ज्यादा से ज्यादा प्रयास करना होगा। उन्होंने संबंधित विभाग को निदेष दिया कि जिस प्रकार पूरे देष में भिन्न-भिन्न ब्राण्ड का समान मिलता है ठीक उसी प्रकार से दुमका को मयूराक्षी तसर साड़ी के नाम से जाना जायेगा। इस दिषा में प्रयास करेंगे। उन्होंने मंच से घोषणा किया कि बहुत जल्द विकास भवन को तसर उत्पादन के लिए दिया जायेगा। उपायुक्त ने संबंधित विभाग को निदेष दिया कि पोस्टर, पम्पलेट आदि बिल्कुल सरल हिन्दी एवं संबंधित क्षेत्रीय भाषा में होनी चाहिये। जिससे तसर कृषक एवं काॅलेज के छात्र-छात्रा तसर उत्पादन के बारे में आसानी से समझ सकें और जानकारियों का लाभ उठा सके।
मिषन निदेषक रांची अनिल कुमार सिंह ने कहा कि तसर कृषकों से अनुरोध है कि जम कर मेहनत करें अधिक से अधिक तसर फसल को उपजायें और दुमका जिले का नाम सबसे आगे ले जाये। उन्होंने कहा कि सरकार से मिलने वाली हर प्रकार की सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
आत्मा निदेषक ने कार्यषाला को संबोधित करते हुए कहा कि इसी माह में तसर, कोकुन एवं धान के फसल की खेती एवं रख-रखाव की जानकारी देने के लिए प्रखण्ड स्तर पर कार्यषाला का आयोजन किया जायेगा। इस कार्यषाला के माध्यम से सभी को तसर, कोकुन एवं धान की खेती करने के नियमों एवं रख-रखाव के बारे में जानकारी दी जायेगी।
कार्यषाला को संबोधित करते हुए कृषि पदाधिकारी दुमका ने कहा कि खरीफ फसल एवं धान की खेती का समय आ गया है। उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार की योजना के अंतर्गत डोभा, तालाब एवं नहर का निर्माण किया जायेगा। जिससे आप सभी इसका लाभ उठा सकेंगे। उन्होने कहा कि गांव का पानी गांव में ही बचाये। उन्होंने कहा कि अगर हम वर्षा जल संचय करते हैं तो हम रवि फसल 40 प्रतिषत तक खेती कर सकते है। सरकार द्वारा चलायी जा रही विषेष फसल योजना के तहत मूंगफली की खेती के लिए मुफ्त बीज देने का घोषणा की गयी है जिससे आप तेलहन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकेंगे।
कार्यषाला की शुरुआत करते हुए सहायक उद्योग निदेषक (रेषम) संताल परगना ने अपने संबोधन में कहा कि कीटापालकों द्वारा फसल लगाने का समय शुरु हो चुका हे हमें पिछले साल से भी ज्यादा खेती इस साल करना है इसमें आप सबका साथ बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि इसी महीने में धान के खेती के साथ-साथ तसर एवं कोकुन का भी खेती करना है। उन्होंने तसर कृषक से कहा कि किसी भी प्रकार से तसर एवं अंडे को बचाना है। कार्यषाला में मंच का संचालन जीवानन्द यादव ने किया।
उपायुक्त दुमका ने तसर कीठपालकों के बीच कीट का वितरण किया। चुतूर हांसदा (आलूबेड़ा), नियूस किस्कू (आलूबेड़ा), जोनेल वासुकि (डेकाजोर), बदानी हांसदा (अग्रपरियोजना केन्द्र षिकारीपाड़ा), जोन हेम्ब्रम (अग्रपरियोजना केन्द्र षिकारीपाड़ा), सीताराम मुर्मू (अग्रपरियोजना केन्द्र षिकारीपाड़ा), सुषील मुर्मू (अग्रपरियोजना केन्द्र काठीकुण्ड), चोड़का मरांडी (अग्रपरियोजना केन्द्र काठीकुण्ड), कालीदास हेम्ब्रम (अग्रपरियोजना केन्द्र काठीकुण्ड), मिस्त्री मुर्मू (अग्रपरियोजना केन्द्र काठीकुण्ड) आदि ने कीट प्राप्त किया।
कार्यषाला में दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार, मिषन निदेषक रांची अनिल कुमार सिंह, निदेषक सीटीआर एण्ड टीआई, रांची अजीत कुमार, सहायक उद्योग निदेषक (रेषम) संताल परगना दुमका सुधिर सिंह, आत्मा निदेषक देवेस कुमार सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार सिंह, क्षेत्रिय कृषि वैज्ञानिक अनुसंधान के सहायक राजू लिन्डा भारी संख्या में तसर कृषक आदि उपस्थित थे।
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