Thursday 5 March 2020

दिनांक- 5 मार्च 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-211

जिला ग्रामीण विकास अभिकरण लसभागार में महिला शक्ति केंद्र योजना के अंतर्गत प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने किया और कहा कि महिला शक्ति केंद्र ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी और महिलाओं को अपनी पूरी क्षमता का एहसास कराने के लिए एक वातावरण तैयार करेगी। यह कौशल विकास डिजिटल साक्षरता स्वास्थ्य पोषण और ग्रामीण महिलाओं को सरकारी योजनाओं एवं प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों से जोड़कर रोजगार का अवसर प्रदान करेगी। प्रमोद कुमार वर्मा जिला समन्वयक एक्शन एड/ यूनिसेफ ने कहा कि बाल विवाह दुमका जिला में बहुत बड़ी समस्या है यह एक सामाजिक कुरीति है। दुमका में 47% बाल विवाह होता है जिससे बच्चियों का जीवन बर्बाद हो रहा है उनका शिक्षा स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। बाल विवाह रोकने के लिए सामाजिक रूप से आंदोलन करने की आवश्यकता है। महिला शक्ति केंद्र का बहुत बड़ा योगदान बाल विवाह रोकने में हो सकता है। महिला शक्ति केंद्र के वॉलिंटियर्स विद्यालय में जाकर बालक बालिकाओं से बाल विवाह न करने का शपथ दिलाएंगे और इसे एक अभियान का रूप देंगे । यूनिसेफ द्वारा प्रशिक्षण सामग्री 'तरुण्या' भी उपलब्ध कराया जायेगा।
कुपोषण से लड़ने के लिए जिला स्तर पर पोषण अभियान की शुरुआत 8 से 12 मार्च तक किया जा रहा है इसके माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाएगा कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध साग सब्जी मडवा मकई इत्यादि का उपयोग कर कुपोषण से लड़ा जा सकता है। साथ ही सरकारी योजनाओं का भी प्रचार प्रसार इस पखवाड़े में किया जाएगा। प्रशिक्षक के रूप में मोहम्मद शाहबाज शैक्ख एवं मोहम्मद शादाब यूसुफ ने विषय प्रवेश कराया और महिला शक्ति केंद्र के उद्देश्यों एवं कार्यों के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला।
बैठक में दुमका जिला के सभी प्रखंडों से 16 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।


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