दुमका 21 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 648
बिछड़ों को हम मिलाते हैं...
वासुकिनाथ धाम आने वाले कई श्रद्धालु ऐसे होते हैं जो पिछले कई वर्षों से बाबा की दरबार में अपनी हाजरी लगाते है लेकिन कई ऐसे भी होते हैं जो पहली बार बाबा के दरबार पहँुचते हैं।
इस दौरान कई श्रद्धालु सगमता पूर्वक जलार्पण कर अपने घर लौट जाते हैं लेकिन कई ऐसे भी होते हैं जो अपनों से मेला क्षेत्र में या जलार्पण के दौरान बिछुड़ जाते हैं।
मेला में अपनों से बिछुड़ने का दर्द को समझते हुए सूचना सहायता कर्मी वैसे श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलाने का बीड़ा उठाती है। सूचना सहायता कर्मी द्वारा पहले उनका पूरा पता पूछा जाता है फिर विभिन्न माध्यमों से उनके परिजनों को ढंूढने का प्रयास किया जाता हैं।
ममता देवी जो रोहतास बिहार से बाबा फौजदारी नाथ के दरबार में जलार्पण करने के लिए आयी थी। इसी क्रम में भीड़ के वजह से वे अपने परिजनों से बिछड़ गयी। मीडिया सेंटर में तैनात कर्मी के माध्यम से पूरे मेला क्षेत्र में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर उन्हें उनके परिजनो से मिलाया गया। जब अपने परिजनों से मिली तो वे मीडिया सेंटर में प्रतिनियुक्त कर्मी को धन्यवाद देते हुए बासुकिनाथ धाम से विदा हुई।
ऐसे श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए पूरे मेला क्षेत्र में भिन्न-भिन्न जगहों पर सूचना सहायता शिविर खोला गया है जिनमें 24ग7 सूचना सहायता कर्मी की प्रतिनियुक्ति भी की गयी है।
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