Thursday, 30 August 2018

दुमका 30 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 706
आई आई एम लखनऊ के डॉ0 चंद्रमोहन मिश्रा दो दिनों के दुमका दौरे पर हैं। उनके द्वारा दुमका जिला में किए गए इनोवेशंस (नवाचार) पर अध्ययन किया जा रहा है। डाॅ0 मिश्रा ने दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार से मुलाकात की तथा उपरांकित विषयों पर चर्चा किया। 
उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि डाॅ0 मिश्रा के द्वारा दुमका जिले के अंदर चल रहे विभिन्न कार्यक्रम जैसे बाली फुटवेअर, बासुकी अगरबत्ती, मयूराक्षी सिल्क, शगुन सुतम् का अध्ययन किया जा रहा है। जो दुमका माॅडल को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन उनके सुझाव का स्वागत करेगी जिसे विजन डॉक्यूमेंट में शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि डाॅ0 मिश्रा के केस स्टडी पर आई आई एम लखनउ में चर्चा किया जायेगा। यह दुमका वासियों के लिए गौरव का विषय है। 
डाॅ0 मिश्रा ने बताया कि दुमका जिले में महिलाओं के द्वारा तसर के कोकून से लेकर रीलिंग विविंग और यार्न से जो कपड़े बनाए जा रहे हैं उसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में स्थापित करने के लिए सप्लाई चेन तथा वैल्यू चेन को मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दुमका में जो तसर का उत्पादन हो रहा है वह बहुत ही उच्च क्वालिटी का है। जिला प्रशासन के द्वारा नई मशीनंे, टेक्नोलॉजी के माध्यम से लगातार इसमें वैल्यू एडिशन किया जा रहा है। यहां की महिलायें आत्मनिर्भर एवं सशक्त होगी। डाॅ0 मिश्रा ने तसर उत्पादन से संबंधित प्रक्रिया को ट्राईवल टू ग्लोबल का नाम दिया। 
डाॅ0 मिश्रा ने  कहा कि वह दुमका में हो रहे हैं इनोवेशनस जैसे बाली फुटवेअर बंबू क्राफ्ट, बांसुकी अगरबत्ती, शगुन सुतम पर भी केश स्टडी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुमका में जो कार्य हो रहा है वह दुमका मॉडल है जिसे दुमका मॉडल फॉर ट्रांसफॉर्मेशनल चेंज भी कहा जा सकता है। इसमें कन्वर्जेंस है, महिलाओं को उनके कार्य क्षेत्र में ही कार्य दिया जा रहा है। इस अध्ययन का मकसद है इनमें जो कमियां हैं उसे कैसे दूर किया जाए, प्रोडक्ट के डिजाइन कैसे हो महिलाओं को और कैसे मजबूत किया जाए।




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