Wednesday 22 August 2018

दुमका 22 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 657
बासुकिनाथधाम में बिकने वाले अचार ने भी काँवरियों का मन मोह लिया...

बासुकिनाथधाम श्रावणी मेला में कई राज्यों के श्रद्धालुओं के आवागमन के साथ-साथ कई अन्य राज्यों के व्यवसायी भी अपना-अपना व्यवसाय करते हैं। बाबा बासुकिनाथ अपने दरबार मंे आने वाले तमाम काँवरियों के साथ-साथ इन व्यवसायियों की मनोकामनायें भी पूर्ण करते हैं। परन्तु बासुकिनाथधाम में एक व्यवसाय ऐसा है जो सालों भर चलता है। वह अचार का व्यवसाय। पूरे मेला क्षेत्र में कम से कम 15-16 अचार की दुकानें हैं जिसमें आम, कटहल, नींबू, हरीमिर्च, करैला, ओल आदि के अचार मिलते हैं। बासुकिनाथधाम आने वाले लगभग तमाम काँवरियों एवं भक्तगण बाबा का सामान्य प्रसाद यथा चुड़ा, लड्डू, पेडा, बद्धी आदि के साथ-साथ किसी ने किसी किस्म का अचार भी खरीदकर संदेश के रूप में अपने घर जाते हैं। अचार बिक्रेता दर्शनीय के मिथुन यादव, पाकुड़ के सुमन दास, गोड््डा के संजय कुमार आदि ने बतलाया कि अभी प्रतिदिन लगभग  3-4 हजार के बीच की बिक्री होती है। अन्य दिनों में भी बासुकिनाथधाम पहुँचने वोले दर्शनार्थी यहाँ का बना अचार जरूर खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं। बासुकिनाथधाम में अचार की खरीददारी एक परम्परा सी बन चुकी है।

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