दुमका 20 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 625
अनेकता में एकता का जबरदस्त मिशाल देखना हो तो बाबानगरी देवघर से बासुकिनाथ धाम आने वाले रास्तों पर आइये। केसरिया रंग के कांवर में पवित्र गंगाजल लिये श्रद्धालु और बोल बम के नारों के अलावा न कुछ सुनाई देता है और ना कुछ दिखाई दिखाई देता है। बाबा वासुकिनाथ के प्रति भक्तों की आस्था ही तो है जो उन्हें 105 किमी पथरीले रास्तों पर चलने के बाद भी बाबा वासुकिनाथ धाम तक पहुंचने में कोई कष्ट का अहसास तक नहीं होता।
मासव्यापी श्रावणी मेले के 24 दिन पूरे हो चुके हैं। जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं को हर सुविधा दी जा रही है ताकि श्रद्धालुओं को बाबा तक पहुंचने में कोई कष्ट न हो। तपती धूप के बीच बारिश की आंख मिचैली में श्रद्धालुओं का सैलाब सोमवार को बाबा फौजदारी नाथ की नगरी बासुकिनाथ धाम के चारों ओर देखने को मिला। बोल बम और कांवर में गंगाजल लेकर श्रद्धालु मंदिर की ओर बढ़ते दिखे। सुबह से ही श्रद्धालु शिवगंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे थे। पूरे मेला क्षेत्र में बोल बम और हर हर महादेव का नारा गंूज रहा था।
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