Thursday, 27 September 2018

दुमका 27 सितम्बर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 816
ये स्वच्छता के प्रति हौसले की पराकाष्ठा ही है, कि संसाधनों के अभाव में भी 67 वर्षीय मलम बेसरा तथा कंदनी मरांडी ने जो कर दिखाया, वो आज समाज के लिये एक मिसाल बन गया है।
अपने घर में बिल्कुल अकेली रहने वाली 67 वर्षीय मलम बेसरा जिसके पास शौचालय बनाने के लिये ना तो पैसे थे ना ही जमीन। लेकिन शौचालय बनाने की जिद और जिला प्रशासन की शौचालय निर्माण की मुहीम को सफल बनाने के लिए अपने आँगन में लगे बाँस के पेड़ों को जलाकर जगह बनायी और अपने कठिन परिश्रम से पिट तैयार कर शौचालय की नींव रखी। 
दुमका प्रखंड के गोलपुर पंचायत के ग्राम हेठमुर्गाथली की रहने वाली मलम बेसरा हाथ में कुदाली तथा आंखों में कुछ करने का जज्बा के साथ कहती है की अब हम शौच के लिए बाहर नही जायेंगे। अपने घर में अपनी मेहनत से शौचालय का निर्माण करेंगे। मैं बहुत खुष हूँ कि सरकार हमारे सम्मान के बारे में सोच रही है। मलम बेसरा के घर से 10 कदम दूर रहने वाली 67 वर्षीय कंदनी मरांडी भी मलम बेसरा की ही तरह शौचालय निर्माण के लिए दिन भर मेहनत कर रही है।
 दोनों के चेहरे पर एक सकारात्मक उर्जा यह साफ दर्षा रही थी कि माननीय प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत अभियान तथा माननीय मुख्यमंत्री का स्वच्छ झारखंड अभियान को एक नयी गति मिल चूकी है। 
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान ऐसे ही कर्णधारों के कारण आज एक जन अभियान बन चुका है। हमारे मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास का स्वच्छ झारखण्ड की आस और उपायुक्त मुकेश कुमार और जिला प्रशासन के प्रयास से आज दुमका २ अक्टूबर तक ओडीएफ होने की दिशा में बढ़ रहा है। उपायुक्त मुकेश कुमार अगर जिला को ससमय ओडीएफ करने के संकल्प को दुहराते है तो उसमें 67 वर्षीय मलम बेसरा तथा कंदनी मरांडी जैसे लोगों की ऊर्जा ही इस अभियान को बल प्रदान करती है। जिला प्रशासन मलम बेसरा तथा कंदनी मरांडी के जज्बे को सलाम करती है।





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