दुमका 23 फरवरी 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 0203
पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखण्ड सरकार के तत्वावधान में जिला प्रशासन द्वारा दुमका के झारखण्ड कला मंदिर में शनिवार की सुबह आयोजित हुए सुबह-सवेरे सांस्कृतिक कार्यक्रम में संगीत की शुरूआत आचार्य कुबेर झा द्वारा चलो मुसाफिर भोर भयी अब रैन कहाँ जो सोवत हैं गान से हुई। उसके बाद वैष्णव जन को तेणे कहिये, पीर पराई जानिये के अलावा श्जो भजे हरि को सदा, सोई परम पद पावे के साथ मैया मैरी मैं नहीं माखन खायो और भयी भोर नहीं आये साँवरिया इन गीतों से समाबान्धी। मन में हूक पैदा करने वाल राग बसंत भी उन्होंने सुनाया। वहीं नन्हें कलाकार अनीश वाजपेयी ने हारमोनियम बजाते हुए भैरवी राग में डगर चलत छेड़े श्याम सखी रे गीत भैरवी राग में गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर किया। मंच पर उपस्थित एक बाल कलाकार कृश वाजपेयी ने भी हारमोनियम बजाते हुए तुम्हीं हो माता, पिता तुम्हीं हो भैरवी राग में प्रस्तुत कर मन को हर्षित किया। कार्यक्रम का समापन प्रिया कुमारी के साथ समवेत रूप से गाये गये रघुपति राघवश् गीत से हुआ। तबला पर ऋतुराज ने संगत किया।
साथ ही वही इंडोर स्टेडियम दुमका में शाम 4ः00 बजे शनिपरब कार्यक्रम की शुरूआत की गई। सुनील टुडू ग्रुप भुरकुडिया नवाडीह सरैयाहाट, राखीसल किस्कु गोलबंथा मसलिया तथा हेमलता कुमारी मंजीर नाट्क दल के कलाकारों द्वारा नाट्क एवं संताली नृत्य की प्रस्तुति कर दर्षक को झूमने पर मजबूर कर दिया।
इस अवसर पर उद्घोषक झारखण्ड कला केन्द्र के प्राचार्य गौरकान्त झा और संयोजक चन्दन कुमार तथा बड़ी संख्या में दर्षकगण उपस्थित थे।
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