दुमका 25 फरवरी 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 0209
इंडोर स्टेडियम दुमका में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिषन (ग्रामीण) के तहत ‘‘राज्य स्तरीय जलसहिया सम्मेल‘‘ कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में जिला स्तरीय जलसहिया बहनों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान माननीय मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची स्थित खेलगांव से जिलास्तर पर जलसहियाओं के साथ वार्ता की। विडीयो काॅन्फ्रेंसि के माध्यम से दुमका जिले की जहलसहिया कुकड़ी पंचायत प्रखंड रानेष्वर जरीना खातुन ने कहा कि गांव के प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण कराकर अपने गांव को शौचमुक्त गांव बनाये हैं। मानननीय मुख्यमंत्री जी ने हमलोग को सम्मान देने का काम किया है। पंचायत पत्थरा प्रखंड रानेष्वर की रहने वाली श्यामुली दास ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी आपने जो लक्ष्य दिया था शौचालय निर्माण का उसे हमने पूरा कर लिया है। गांव में शौचालय निर्माण करने से आज कोई भी औरत बाहर शौच करने नही जाती हैं। आपके इस प्रयास के लिए हम सभी आपका आभार व्यक्त करते है। पंचायत रंगलिया प्रखंड रानेष्वर की रहने वाली देवश्री दास ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी आपने जो हमसभी जलसहिया बहनों को साड़ी दिये उसके लिए धन्यवाद। जब हम सभी जलसहिया बहनें इस साड़ी को पहनते है तो गांव के लोग दूर से ही समझ जाते है कि जलसहिया दीदी आ रही है। यह हमारी पहचान बन गयी है। हमारे काम से लोग प्रसन्न हैं। हमें समाज में सम्मान मिला है। आपके हर एक प्रयास हमसभी जलसहिया बहनों के चेहरे पर खुषी लाने का काम करता है। माननीय मुख्यमंत्री महोदय को स्वच्छता की दिषा में चलाये जा रहे अभियान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने मानदेय की राषि बढ़ाने का भी अनुरोध किया। माननीय मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान सभी जलसहिया बहनों को 1000 रुपये मानदेय देने का घोषणा की। जलसहिया बहनों ने माननीय मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर काफी प्रसन्नता व्यक्त की। कार्यक्रम में जिले भर के विभिन्न प्रखंडों से आई लगभग 500 जलसहिया बहनें उपस्थित थीं। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दुमका के इंडोर स्टेडियम के अलावा एलईडी वाहन के माध्यम से पंचायत स्तर पर भी कराया गया।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त वरुण रंजन, प्रषिक्षु आईएएस शषि प्रकाष, उप निदेषक जनसम्पर्क शालिनी वर्मा, निदेषक एनईपी विनय कुमार सिंकू, पेयजल के कन्य अभियंता एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मी तथा बड़ी संख्या में जलसहिया बहनें उपस्थित थीं।
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