दिनांक- 9 जनवरी 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-023
बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा...
---राजेश्वरी बी,उपायुक्त, दुमका
जिले के सभी विद्यालयों में द्वितीय अभिभावक शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया।इस आयोजन को सफल बनाने के लिए बढ़-चढ़कर अभिभावकों ने हिस्सा लिया एवं अपने बच्चे के उज्जवल भविष्य के लिए अपनी राय दी। उपायुक्त राजेश्वरी बी ने भी उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोदोखिचा,सगरभंगा सहित विभिन्न विद्यालयों का भ्रमण कर कार्यक्रम में भाग लिया।
उन्होंने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा सभी समस्याओं को दूर करने का एकमात्र रास्ता है।अपने बच्चों को शिक्षित कर ना हम सिर्फ एक बेहतर समाज का निर्माण कर सकते हैं, बल्कि हम एक बेहतर राज्य और एक बेहतर राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकते हैं।उन्होंने कहा कि प्रतिदिन अपने बच्चों को स्कूल अवश्य भेजें। किसी भी परिस्थिति में बच्चों की पढ़ाई के साथ समझौता नहीं करें।सभी को मिलकर बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए कार्य करना होगा।शिक्षा एक ऐसी दवा जो बड़ी बड़ी परेशानियों को दूर कर देती है।इसे हम सभी को समझना होगा।उन्होंने कहा कि पंचायत के मुखिया भी समय समय पर विद्यालय का भ्रमण कर विद्यालय की स्थिति का जायजा लें। अपने पंचायत के लोगों से अपने बच्चों को विद्यालय भेजने की अपील करें।उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में जानकारी दें।
उन्होंने अभिभावकों से कहा कि विद्यालय में जो भी कमियां हैं,उचित माध्यम से इसकी जानकारी दें।सभी कमियों को नियमानुसार दूर किया जाएगा।जिला प्रशासन बच्चों के पठन पाठन के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं करेगा।बच्चों को पठन पाठन में किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं हो इसके लिए जिला प्रशासन निरंतर कार्य करेगा।उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से कहा कि इस विद्यालय का निर्माण सरकार द्वारा इस लिए कराया गया है ताकि आपके बच्चे शिक्षित हो सकें।आप समय समय पर विद्यालय का भ्रमण कर विद्यालय की व्यवस्थाओं का जायजा लें।
इस दौरान अभिभावकों ने उपायुक्त के समक्ष अपनी बात रखी एवं कहा कि हम निश्चित रूप से अपने बच्चों को विद्यालय भेजेंगे,साथ ही अपने आस पास के लोगों से भी अपने बच्चों को विद्यालय भेजने की अपील करेंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सामुदायिक सहभागिता को बढ़ाना एवं जागरूक करना है। बच्चों के सीखने की क्षमता से अभिभावकों को अवगत कराना एवं सीखने की प्रवृत्ति में किस प्रकार से सुधार लाना है इसकी जानकारी अभिभावक को देना है। इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति को बढ़ाना है।
इस दौरान जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों ने भी विभिन्न विद्यालयों का भ्रमण किया एवं आयोजित अभिभावक शिक्षक दिवस कार्यक्रम में भाग लिया।अधिकारियों ने अभिभावकों से अपने बच्चों को विद्यालय भेजने की अपील की।
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