Monday 27 January 2020

दिनांक- 24 जनवरी 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-076

झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत दुमका पुलिस के प्रयास नयी दिशा के तहत दुमका के तीन हार्डकोर नक्सली राजेंद्र राय, छोटा श्यामलाल देहरी और रिमिल दा ने दुमका पुलिस के सामने आत्मसर्पण किया।तीनों नक्सलियों ने एसएसबी के आईजी संजय कुमार, संथाल परगना के डीआईजी राजकुमार लकड़ा, दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी, पुलिस अधीक्षक वाई एस रमेश सहित एसएसबी के अधिकारी और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में आत्मसमर्पण किया।

काठीकुंड के सरूवापानी पहाड़िया टोला का श्यामलाल देहरी उर्फ संतु उर्फ श्याम देहरी एक लाख का इनामी रहा है।संगठन में वह दस्ता सदस्य रहा है।मई 2013 में उसने नक्सली संगठन में शामिल हुआ था।सात नक्सली वारदातों में उसकी संलिप्तता रही है। उसके पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई है।

भाकपा माओवादी संगठन में सब जोनल कमांडर के रूप में सक्रिय गहना राय उर्फ राजेंद्र राय उर्फ झिलमिल  काठीकुंड प्रखंड के आसनबनी का रहने वाला है।2015 में पिता की मौत के बाद वह दस्ते के संपर्क में आया और हत्या, आगजनी, भयादोहन आदि में लगा रहा।उसने राइफल के साथ आत्मसमर्पण किया है।वह छह बड़े नक्सली वारदात में शामिल रहा है।

मां बाप को खोने के बाद शिकारीपाड़ा के सितासाल जोलडंगाल का रिमिल दा उर्फ रिमिल हेम्ब्रम नक्सली दस्ते में शामिल हुआ था।वह 2013 से अब तक आठ नक्सली वारदात में शामिल रहा है।दस्ते में वह भी राइफल लेकर चलता था, उसी राइफल के साथ उसने सरेंडर किया है। उसने कहा कि वह झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति से प्रभावित है।

इस अवसर पर एसएसबी के आईजी संजय कुमार ने कहा कि जिला पुलिस और एसएसबी के सहयोग से यह सफल हो सका है।लगातार अभियान चलाकर ऐसे लोगो के परिवार वालों से भी मुलाकात की गई तथा झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति की जानकारी दी गई। उन्होंने ऐसे लोगों से अपील किया कि मुख्यधारा से जुड़ कर सरकार के आत्मसमर्पण नीति का लाभ लें तथा राज्य के विकास में अपनी भी भूमिका निभाए।

इस अवसर पर डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने कहा कि पुलिस के निरंतर प्रयास यह संभव हो सका है।यह आत्मसमर्पण एक दिन का प्रयास नहीं बल्कि पुलिस के द्वारा चलाए गए अभियान का असर है। भटके हुए लोग मुख्यधारा से जुड़े।समग्र विकास में अपना योगदान दें।

इस अवसर पर उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत जो भी लाभ इन्हें दिया जाना है वह सारे लाभ इन्हें दिए जाएंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास भी इन्हें दिया जाएगा। कौशल विकास के योजना से जोड़कर इन्हें हुनरमंद बनाया जाएगा। व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंक के द्वारा लोन भी उपलब्ध कराया जाएगा।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने कहा कि सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। उन्होंने सभी भटके लोगों से अपील किया कि मुख्यधारा से जुड़ कर राज्य के विकास तथा समाज के विकास में अपनी भूमिका निभाएं। जिला प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण करें सपा सरकार की नीतियों के तहत दी जाने वाले लाभ का फायदा उठाएं।

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