दुमका 04 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 439
बाबा के भक्तों की सेवा कर आत्मा को शांति मिलती है...
एक, दो नहीं पिछले 27 वर्षों से बासुकिनाथ धाम सेवा समिति बासुकिनाथ धाम आने वाले श्रद्धलुओं की सेवा कर रहा है। बासुकिनाथ धाम झारखंड के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है और यहाँ श्रावणी मेला के दौरान पूरे एक माह तक बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुँचते हैं। बाबा के भक्त पूरी आस्था के साथ जलापर्ण करे सके इसके लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं जिला प्रशासन द्वारा को गयी हैं लेकिन जब आम जन भी श्रद्धालुओं को सेवा में तत्पर दिखे तो बहुत सारी मुश्किलें आसान हो जाती है। बासुकिनाथ सेवा समिति के कमल किशोर कहते हैं बाबा की भक्तों की सेवा करने में जो आंनद है वो कही नही मिल सकता है। बाबा की भक्तों की सेवा कर आत्मा को शांति मिलती है। पिछले 27 सालों से समिति के द्वारा प्रत्येक वर्ष पूरे माह श्रद्धालुओं को भर पेट भोजन कराया जाता है।
जब उनसे पूछा कि सेवा करने के और भी तरीके हैं आपने श्रद्धालुओं को भोजन कराना ही क्यों चुना ?
कमल किशोर कहते हैं 1990 की बात है मै बाबा के दरबार मे सावन की माह में आया था। जलार्पण के उपरांत भोजन करने की इक्षा हुई। मैन खाना खाया और उसके लिए मैंने 70 रुपये भी दिए लेकिन मेरी भूख नही मिटी। मुझे लगा कि मेरे पास पैसे थे तो मैंने 70 रुपये दे दिए। सोचा बाबा के कई ऐसे बाबा के भक्त भी आते होंगे शायद उनके पास इतने पोसे नही होते होंगे और वे भूखे पेट वापस लौट जाते होंगे। उस दिन हमने ये निर्णय लिया और तब से निरंतर हमारे द्वारा यह कार्य किया जाने लगा। वे कहते हैं जिला प्रशासन का सहयोग समिति को पिछले 27 सालों से मिल रहा है जिसके कारण हम पूरे माह लगभग 1 लाख मुफ्त भोजन करा पाते हैं। कमल किशोर कहते है कि हम श्रद्धालुओं को भविष्य में और भी सुविधा उपलब्ध करायेंगे।
समिति के अध्यक्ष राजेश खेतान, उपध्याक्ष होसिवारीमल अगरवाल, विजय कुमार अग्रवाल, सचिव कमल किशोर केजरीवाल कहते है कि बाबा के भक्त भोजन हमारे यहां आकर भोजन करते है, यही हमारी पूजा है। हम उन्हें अगले वर्ष फिर से आने का निमंत्रण देते है।
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