Wednesday, 5 September 2018

दुमका 05 सितम्बर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 719
इन्डोर स्टेडियम दुमका में पोषण अभियान अन्तर्गत जिला स्तरीय सुपोषण उन्नमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। पूरे 1 माह तक चलने वाले इस अभियान का उदघाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री डॉ0 लुईस मरांडी ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत रूप से किया। कार्यक्रम में उपस्थित पोषण सखियों ने स्वागत गीत से अतिथियों का स्वागत किया। समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी ने कुपोषण मुक्त करने की शपथ दिलाई। 
इस अवसर पर संबोधित करते हुए समाज कल्याण मंत्री डॉ0 लुईस मरांडी ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार के निदेश पर पूरे माह पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुपोषण एक बड़ी समस्या के रूप में हम सभी के सामने है और इसका मुकाबला भी हम सभी को करना है। उन्होंने कहा कि पोषण के महत्व और गंभीरता को समझने की जरूरत है। सिर्फ आंगनबाड़ी सेविका ,सहायिका, पोषण सखी कुपोषण को दूर नहीं कर सकते। हम सभी को कुपोषण को दूर करने में अपना एक कदम आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार कई विभागों के साथ मिलकर इसे दूर करने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधि को भी आगे आना होगा। वह भी कुपोषण को दूर करने में अपना योगदान दें। गांव-गांव पंचायत तक लोगों को जागरुक करना होगा।  लोगों को जागरूक करने के लिए पूरे माह विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाएंगे। ग्राम विकास समिति को भी इससे जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन प्रखंड स्तर पर भी किया जाए ताकि लोगों को कुपोषण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां मिले। इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन से निश्चित रूप से गांव, पंचायत के लोगों को लाभ मिलेगा।
कुपोषण को दूर करने में खानपान सबसे महत्वपूर्ण है। हमें खान-पान को सुधारना होगा। व्यापक तरीके से प्रचार प्रसार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर 2018 तक प्रखंड दुमका सदर के बेहराबांक पंचायत को कूपोषण मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। हम सभी मिलकर एक सकारात्मक प्रयास करें। कोशिश और प्रयास करने वालों को सफलता अवश्य मिलती है।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त वरुण रंजन ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के निदेशानुसार सितंबर माह को कुपोषण माह के रूप में मनाया जाएगा। कई बार कुपोषण मृत्यु या एक गंभीर बीमारी में परिवर्तित हो जाती है। उन्होंने कहा कि संतुलित आहार के बारे में अब हर जगह चर्चा होने लगी है। पोषण माह का उद्देश्य पोषण को घर-घर के चर्चा का विषय बनाना है। उन्होंने कहा कि हर घर में इसकी चर्चा हो, सभी लोग जागरूक बने। हर एक व्यक्ति तक कुपोषण की महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचाई जाएगी। स्कूल कॉलेज में कार्यक्रम चलाए जाएंगे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंचायत के मुखिया भी अपना योगदान सुनिश्चित करें। सभी युवाओं को इस से जोड़ा जाएगा ताकि समाज के अंतिम व्यक्ति को कुपोषण के बारे में पता चल सके। हमारे बच्चों को समुचित आहार की जरूरत है। पोषण को लेकर जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार तथा केंद्र सरकार के निदेश पर पूर्व में भी कई कार्यक्रम चलाए गए है। उन्होंने कहा कि आहार नहीं संतुलित आहार की जरूरत है। हमारे बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक रूप से विकास हो आंगनबाड़ी की सेविका ,पोषण सखी घर-घर संदेशवाहक बनकर जाएं और कुपोषण के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराएं। 
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी ने छह माह के बच्चों को अन्नप्रासन कराया तथा नव विवाहित महिलाओं को गोद भराई के रस्म को निभाते हुए फल की टोकरी दी। इसके उपरांत समाज कल्याण मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया। यह रथ लोगों को कूपोषण के प्रति जागरूक करेगा। 
इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती ने अतिथियों को इस अभियान से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। सिविल सर्जन दुमका ने भी अपनी बात रखी। 
प्रखंड दुमका सदर के बेहरा बांक पंचायत, गोपीकान्दर के गोपीकान्दर पंचायत मसलिया के कठलिया पंचायत, रानेश्वर के तालडंगाल पंचायत, शिकारीपाड़ा के कुशपहाड़ी पंचायत, सरैयाहाट के कुशियारा पंचायत, जामा के भटनियां पंचायत, जरमुण्डी के भोराबाद पंचायत, काठीकुण्ड के झिकरा पंचायत तथा रामगढ़ के कोवाआम पंचायत को कूपोषण मुक्त के लिए चयनित किया गया।  
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी के साथ उप विकास आयुक्त वरूण रंजन, प्रशिक्षु आईएएस शशि प्रकाश, सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्वेता भारती, पोषण सखी आदि उपस्थित थे।









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