भोगनाडीह, साहेबगंज, दिनांक 30 जून 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 344
(साहेबगंज जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी प्रभात शंकर द्वारा दूरभाष पर प्राप्त सूचना के आधार पर)
संथाल परगना में बह रही है विकास की बयार...
-रघुवर दास, मुख्यमंत्री झारखण्ड
संथाल हुल की 161वीं बरसी पर झारखण्ड के मुख्यमंत्री ने साहेबगंज में कुल 10823.47321 लाख रुपये की योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया जिसमें कुल 8886.30521 लाख की योजनाओं का शिलान्यास तथा 1937.168 लाख रुपये की योजनाओं का उद्घाटन सम्मिलित है। पिछले दिनों पाकुड़, दुमका, जामताड़ा, देवघर और गोड्डा में राज्य की महत्वपूर्ण योजनाओं का षिलान्यास और उद्घाटन किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चाईबासा के सरंडा जंगलों से साहेबगंज के गंगा के कछार तक विकास की आंधी चल रही है। अब इसे कोई रोक नहीं सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संथाल परगना के पिछड़ेपन को दूर करना ही संथाल हुल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। संथाल हुल के वीर सपूतों सिदो कान्हु चान्द भैरव फुलो और झानो के प्रति पूरा राज्य हमेषा कृतज्ञ है। मुख्यमंत्री ने हुल के अमर शहीद सिदो कान्हु के वंषजों से मिलकर उन्हें सम्मानित किया तथा 11 वंशजों के लिए बनाये गये नये आवासों को उन्हें सौंपा।
चार लाख डोभा और पचास हजार तालाब बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2016-17 की समाप्ति तक राज्य में चार लाख डोभा और पचास हजार तालाब बनेंगे। उन्होंने कहा कि जल जंगल और जमीन हमारी पहचान है। इसी क्रम में इस वर्ष तीन करोड वृक्ष लगाये जायेंगे। पूरा राज्य इस अभियान में शामिल रहेगा।
मुखिया हो या मुख्यमंत्री किसी की मोनोपाॅली नहीं चलेगी। यह बात मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सभी जनता के सेवक हैं। कोई भी व्यवस्था से उपर नहीं है। विकास ही पहली और आखरी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहेबगंज झारखण्ड का सबसे स्मार्ट शहर होगा। बंदरगाह हो या अन्य आधारभूत संरचना हो साहेबगंज का विकास एक आधुनिक एवं डिजिटल शहर के रूप में किया जायेगा। साहेबगंज और राजमहल का ऐतिहासिक गौरव फिर से लौटेगा।
इस वर्ष एक लाख सोलह हजार पदों पर नियुक्ति होगी। मुख्यमंत्री ने यह घोषणा करते हुए कहा कि 17000 षिक्षकों की बहाली हो चुकी है। इस वर्ष और 18000 षिक्षकों की बहाली होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा में जनजातीय भाषा का पर्चा जोड़कर एक सुनहरा अवसर प्रदान किया गया है। स्थानीयता के नीति का विरोध करने वालों को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे स्पष्ट किया गया है तथा इससे स्थानीय लोगों एवं जनजातीय युवकों को जिला स्तर पर बहाली में हक प्रदान किया गया है। स्थानीयता अलग है एवं आरक्षण अलग है। जनजातीय हितों का कोई नुकसान इससे नहीं होगा बल्कि उन्हें पहले की तुलना में व्यापक अवसर मिलेगा।
गांवों की गरीबी दूर करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि गावों की गरीबी दूर करने के लिए अबतक केवल नारे लगाये जा रहे थे। हमने ठोस पहल की है। मेरा मानना है कि षिक्षा के प्रसार से, नषा मुक्ति से तथा कर्ज से दूर रहकर हम गांव वाले अपना विकास कर सकेंगे और हमारी गरीबी दूर हो सकेगी। नषा मुक्ति कानून से नहीं जन जागरण से दूर होगी और महाजनों से कर्ज की तुलना में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का
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लाभ उठाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने अपील किया कि जो परिवार बीपीएल सूची में है तथा बीपीएल मानकों से उपर है वे अपनी सुविधा स्वयं सरेंडर कर दें। राज्य के 4202 पंचायतों में जिन परिवारों का नाम बीपीएल सूची में छुटा हुआ है तथा वे गरीब हैं उनका नाम अवष्य जोड़ा जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब कल्याण मेला समय समय पर लगाये जाना चाहिए ताकि सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूकता हो सके।
इससे पहले आज मुख्यमंत्री ने प्रातः षिवगादी में पूजा अर्चना कर झारखण्ड के विकास हेतु मंगल कामना की, साथ ही पंचकठिया शहीद स्मारक में माल्यार्पण एवं भोगनाडीह में सिदो कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अमर शहीद सिदो कान्हु को श्रद्धांजलि अर्पित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र का भी वितरण किया। जिन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया उनके नाम हैं - श्री आशीष हांसदा-शिक्षा विभाग, मो0 मागदालिना मुर्मू - स्वास्थ्य विभाग, श्री प्रवीण कुमार सक्सेना - स्वास्थ्य विभाग, श्री हर्ष राज - स्वास्थ्य विभाग, अंकिता रानी - कृषि विभाग एवं श्री प्रभात रंजन - सिंचाई अंचल।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने नवनियुक्त ग्राम प्रधानों के बीच प्रधानी पट्टा का वितरण किया गया। जिन्हें प्रधानी पट्टा प्रदान किया गया उनके नाम हैं - प्रधान सोरेन, छोटा अभिराम बेसरा, चुन्नु मुर्मू, लोबिन पहाड़िया, कालो देवी, मरांग कुड़ी पहाडिन, श्रीमती सोरेन, मंझली मराण्डी, सुरजा पहाड़िया, रानी किस्कू, चेतन किस्कू, चूण्डा टुडू एवं होपनमय मुर्मू।
हुल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कुल तेरह ग्रामीणों को वनाधिकार पट्टा का वितरित किया जिनके नाम हैं - चमरू मालतो, मोंगला पहाड़िया, बेंजामिन पहाड़िया, मानसिंह हांसदा, छोटा मरांग हांसदा, नोहा किस्कू, संझला किस्कू, चूण्डा मुर्मू, दुर्गा मुर्मू, रूपाय टूडू, पटवारी हांसदा, प्रागना हांसदा एवं जेठा किस्कू।
हुल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने संथाल परगना के विभिन्न जिलों के ग्राम प्रधानों को शाॅल देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वाले ग्राम प्रधानों में दुमका के राजा मराण्डी, चुड़का सोरेन, सुभाष हांसदा, मनवेल हेम्ब्रम, नंदलाल दत्त, रुशुराम वास्की, हरिनंदन जायसवाल, इंग्लिश लाल मराण्डी, रामजीवन सिंग एवं विभूति यादव। पाकुड़ के मास्टर मुर्मू, बबलू सोरेन, देवीधन हेम्ब्रम, जयशिव यादव, मुंशी सोरेन, दशरथ मुर्मू, बाबुराम सोरेन, बामु पहाड़िया, कार्तिक टुडू एवं श्री जोसफ मुर्मू। गोड्डा के जोसेफ मरांडी, धीरंजन मरांडी, लखीराम हांसदा, सोम किस्कू, रामचंद्र मुर्मू, छोटो हेम्ब्रम, सोनोति मरांडी, सुराजमुनी मुर्मू, तीरना पहाड़िया, वर्णावास पहाड़िया। साहिबगंज के बबलू हांसदा, प्रेमचंद वास्की, सुरेश टुडू, बदरू पहाड़िया, चंद्रदेव मालतो, मैसा पहाड़िया, मुशी टुडू एवं हजारी रॉय थे।
मुख्यमंत्री द्वारा अमर शहीद सिदो कान्हू के जिन वंषजों को आवास प्रदान किया उनके नाम हैं श्री रूपचांद मुर्मू, श्री भागवत मुर्मू, श्री रसका मुर्मू, श्री रामेशल मुर्मू, श्री सुमी टुडू, श्री चूण्डा मुर्मू, श्री बड़ा मंडल मुर्मू, श्री बड़का मुर्मू, श्री लीला मुर्मू, श्री छोटा भादो मूर्मू एवं श्री राम मुर्मू।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ झारखण्ड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चंद्रवंषी, सांसद विजय हाँसदा, विधायक अनन्त ओझा एवं रामकुमार पाहन, पूर्व विधायक देवीधन बेसरा तथा पूर्व सांसद हेमलाल मुर्मू उपस्थित थे।