दुमका, दिनांक 11 जून 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 301
शारीरिक न्यूनता पर भारी है हौसला और जज्बा...
- गोलू कप्तान झारखण्ड नेत्रहीन क्रिकेट टीम
झारखण्ड नेत्रहीन क्रिकेट टीम के कप्तान गोलू ने बताया कि शरीरिक न्यूनता कभी भी किसी के लिए बाधा नहीं बन सकती है। मन में समर्पण के अलावा हौसला और जज्बा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी नेत्रहीनता से बढ़कर हमारा लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि वह झारखण्ड नेत्रहीन क्रिकेट टीम के सभी सदस्य दुमका आ गये हैं और दुमका आकर बहुत ही अच्छा लग रहा है। अगले दो दिन एटीम ग्राउन्ड दुमका में हम प्रैक्टिस करेंगे। 14 एवं 15 जून को बंगाल की नेत्रहीन क्रिकेट टीम के साथ होने वाले तीन मुकाबले में हम बंगाल के विरूद्ध अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्षन करेंगे। झारखण्ड नेत्रहीन क्रिकेट टीम के कप्तान गोलू भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट टीम के सबसे युवा सदस्य हैं तथा इस टीम में वर्ष 2014 में विष्वकप मुकाबले के फाईनल में पाकिस्तान के साथ खेलते हुए दो गेंद शेष रहते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज कराई थी। विष्वकप फाईनल का प्रेरक संस्मरण सुनाते हुए गोलू ने कहा कि पाकिस्तान के 389 रन के बड़े स्कोर के विरूद्ध शुरूआत में भारतीय पाली लड़खड़ा गई थी तथा अंतिम 10 ओवरांे में जब 120 रन बनाने थे तब भी भारतीय टीम ने हौसला रखते हुए अंतिम ओवर में 2 गेंद शेष रहते हुए ही ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
झारखण्ड नेत्रहीन क्रिकेट टीम आज अग्रसेन भवन दुमका में ठहरी हुई है। जिला प्रषासन तथा जिला खेलकूद संघ की ओर से सारी व्यवस्था की गई है। टीम के सदस्यों ने आज स्थानीय सिदो कान्हु हाई स्कूल में बच्चों के बीच जाकर खेल का प्रदर्षन भी किया और बच्चों का हौसला भी बढ़ाया।
इस अवसर पर झारखण्ड नेत्रहीन क्रिकेट ऐसोषियेसन के अध्यक्ष तथा भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट ऐसोषियेसन के उपाध्यक्ष विवेक सिंह, सिदो कान्हू हाई स्कूल की निदेषक सुनिता मुखर्जी, जिला खेलकूद संघ के सचिव उमाषंकर चैबे, राहुल कुमार दास, गोविन्द प्रसाद, हैदर अली, मदन कुमार, विद्यापति झा, निमाय कान्त झा, अरविन्द कुमार साह, निवल किषोर झा, संदीप कुमार, रूपेष कुमार झा, दिनेष कुमार वर्मा आदि मौजूद थे।
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