Tuesday, 28 June 2016

दुमका, दिनांक 28 जून 2016 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 336 
कैन्सर अब लाईलाज नहीं है। आवष्यकता है जागरूकता अपनाकर प्राथमिक स्तर पर भी इसे पहचानकर इसका समुचित इलाज करवाया जाय। उक्त बाते कैबिनेट मंत्री समाज कल्याण डाॅ0 लोईस मरांडी ने महिलाओं में सर्वाईकल कैन्सर और एनिमिया की रोकथाम हेतु जागरूकता बढ़ाने हेतु सदर अस्पताल दुमका में स्वास्थ्य षिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग एवं महिला डाॅक्टर शाखा झारखण्ड आइएमए के संयुक्त तत्वावधान में लगाये गये मेगा कैम्प के उद्घाटन के अवसर पर कही। समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लोईस मरांडी ने संथाल परगना क्षेत्र में सर्वाइकल कैन्सर तथा एनीमिया रोग के प्रति महिलाओं में जागरूकता लाने तथा उसकी रोकथाम हेतु स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किये जा रहे प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि विधायक निधि से वीआईए स्क्रिनिंग एवं कोल्पोस्कोपी डायग्नोस्टिक जाँच केन्द्र खोले जाने की घोषणा की। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि हम अपने बिमारियों को नहीं छिपायें बल्कि उसकी जाँच कराकर उसका मुकम्मल इलाज करावें। मंत्री ने हरियाली पर्व के अवसर पर सभी लोगों से 5-5 पौधा लगाये जाने की भी अपील की। मंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री से दुमका सदर अस्पताल में डाॅक्टरांे की कमी को दूर करने की मांग की। उन्होंने कहा कि दुमका में कोई अच्छा सर्जन नहीं है। फलतः लोगों को इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है।
अपने संबोधन में झारखण्ड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंषी ने कहा कि झारखण्ड सरकार एवं वीमेन डक्टर्स विंग आइएमए, झारखंड के द्वारा संथालपरगना क्षेत्र में महिला स्वास्थ्य की दिशा में किया गया यह पहला प्रयोग है जिसमें बड़ी संख्या में महिला रोगियों की जाँच की जा रही है तथा उन्हें मुफ्त दवाइयाँ भी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कई बार डॉक्टर्स इन्फेक्शन को कैंसर समझ कर बच्चेदानी निकल देते हैं। कम उम्र की महिलाओं की बच्चेदानी निकल देने से उन्हें कई प्रकार की शारीरिक समस्यायें हो जाती है। ऐसा महिला चिकित्सक जानबूझ कर नहीं करतीं बल्कि उनमें प्रषिक्षण का आभाव होता है। इस लिए स्वास्थ्य विभाग झारखंड सरकार वीमेन डक्टर्स विंग आइएमए, झारखंड के संयुक्त तत्वधान में हर जिले के सदर अस्पताल एवं सामुदिक स्वास्थ्य केन्द्रों में काम कर रही है तथा डॉक्टरो को प्रशिक्षण भी दे रही है। सभी सदर अस्पताल में कोल्पोस्कोपे भी उपलब्ध करा रहें है ताकि कैंसर को जड़ से खत्म किया जा सके। यह एक प्रीवेंटेबल कैन्सर है एवं शुरुआती दौर पर इसका पता लगने पर पूरी तरह से इलाज संभव है। भारत में प्रति वर्ष लग-भग 122844 महिलायें सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित हो जाती हैं उनमे से लग-भाग 67000 महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर की वजह से प्रति वर्ष हो जाती है । सर्वाइकल कैंसर से बचाब के लिए 9 से 13 की उम्र में लड़कियों को एचपीवी वैक्सीन का तीन इंजेक्शन 6 महीने के अन्तराल पर दिया जाता है लेकिन यह दुर्भग्य की बात है की सर्वाइकल कैंसर की वजह से इतनी मौत होने के बाबजूद भी भारत, पाकिस्तान, बंगलादेश एवं श्रीलंका जैसे देशों में इस नेशनल वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल नहीं है जबकि 100 देशों में उनके नेशनल वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर 45 वर्ष से 50 वर्ष की उम्रके बीच की महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है। यह गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर एक यौन संचारित ह्यूमन पेपिलोमा डीएनए16/18 वायरस से होता है। इस के लिए महिलायें दोषी नहीं है। यह वायरस पहले शारीरिक सम्बन्ध से महिलाओं के शरीर में प्रवेश कर जाता है जिस में से 5 प्रतिशत महिलाओं में यह लम्बे समय तक रहता है तथा इन में से 1 प्रतिशत से कम महिलाओं में यह लम्बे समय के बाद कैंसर का रूप ले लेता है। मंत्री ने अगले बजट में झारखण्ड के सभी जिलों में कैन्सर जाँच केन्द्र खोले जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि दुमका, हजारीबाग तथा पलामू में शीघ्र ही मेडिकल काॅलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी तथा एम्स की एक शाखा संथाल परगना में ही कहीं खोला जायेगा। उन्होंने आम नागरिकों से 108 नं0 पर डायल कर अपने बीमारी के संबंध में डाॅक्टर से सलाह मषविरा कर लेने की अपील की। उन्होंने शीघ्र ही आम नागरिकों को टेली मेडिसीन की सुविधा उपलब्ध कराने का आष्वासन दिया। हरियाली दिवस के अवसर पर उन्होंने प्रत्येक जन से 5-5 पौधा लगाने की अपील की। 
     स्वागत सम्बोधन देते हुए आईएमए महिला चिकित्सक शाखा की अध्यक्ष डाॅ0 भारती कष्यप ने कहा कि संथाल हूल के अवसर पर आयोजित यह तीन दिवसीय हेल्थ हूल संथाल की पहाड़िया जनजाति एवं आदिवासी जनजाति की महिलाओं के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। इस षिविर में आयरन फोलिक एसिड की दवाएं मुफ्त में बांटी जा रही है। ग्रावास्य ग्रीवा के इन्फेक्शन एवं लिकोरिया के लिए कीट 2 एवं कीट 6 की गोलियाँ मुफ्त बांटी जा रही है। उदेश्य है सर्वाइकल कैंसर के प्रतिशत को कम करना एवं एनीमिया की रोकथाम। क्योंकि हमारे देश में सबसे ज्यादा सर्वाइकल कैंसर से महिलाओं की मौत होती है। उन्होंने बताया कि देष में प्रतिवर्ष लगभग 67000 महिलाओं की मौत सर्वाइकल कैंसर से होती है तथा 22844 महिलाएँ सर्वाइकल कैंसर से ग्रसित हो जाती है। चाइल्ड बेअरिंग ऐज की 70 प्रतिषत महिलाएँ हमारे देश में एनीमिया से ग्रसित है। डाॅ0 कष्यप ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर हमारे देश में महिलाओं की कैंसर से होने वाली मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है। क्योंकि हमारे यहाँ गरीबी की वजह से महिलाओं के शरीर में सर्वाइकल कैंसर के एचपी वाईरस से लड़ने के लिए प्रतिरोधात्मक शक्ति नहीं है। जननांग की साफ सफाई नहीं करना भी इस रोग का एक प्रमुख कारण है। साथ ही जल्दी शादी होने की वजह से ह्यूमन पेपिलोमा वायरस से एक्सपोजर भी कम उम्र में ही हो जाता है। उन्होंने मांग की कि प्रत्येक सदर अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वाया स्क्रीनिंग एवं काल्पो स्कोपी की व्यवस्था होनी चाहिए। सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए वाया स्क्रीनिंग पैप टेस्ट से सस्ता एवं कारगर विकल्प है। काल्पो स्कोप की सहायता से सर्विक्स के डिजीज के कन्फर्मेशन के लिए बायोप्सी ले सकते हैं एवं प्री कैंसर स्टेज में सर्विक्स यानी बच्चेदानी के मुँह को बर्फ की सेंक भी दे सकते हैं। इसके लिए हम जहाँ भी कैंप लगा रहे हैं साथ ही साथ महिला रोग चिकित्सकों को प्रशिक्षण भी दिलवा रहे हैं। उन्होंने समाज कल्याण मंत्री से अनुरोध किया कि संथालपरगना के सदर अस्पतालों में काल्पो स्कोप की सुविधा उपलब्ध करायें ताकि समय पर प्रशिक्षित डॉक्टरों द्वारा प्री कैंसर स्टेज में ही डायग्नोसिस हो जाए एवं बर्फ की सेंक दी जा सके एवं युवावस्था में ही महिलाओं को बच्चादानी निकालने की स्थिति से बचाया जा सके। 
इस अवसर पर अपने संबोधन में कैन्सर के प्रसिद्ध चिकित्सक डाॅक्टर रंजीत मंडल ने अपने संबोधन में कहा कि सर्वाइकल कैन्सर से अधिकांष मौतें जागरूकता में कमी के कारण से होती है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड सरकार कैन्सर रोग के प्रति जागरूकता लाने हेतु या प्रषिक्षण हेतु मुझे जब भी आमंत्रित करेगी मैं सहर्ष अपनी सेवा दूँगा।  
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंषी ने डीपीएम दुमका राकेष आनन्द, सिविल सर्जन दुमका बी के साहू, अध्यक्ष, वीमेन डक्टर्स विंग आइएमए, झारखंड, डाॅ0 भारती कष्यप को स्मृति चिन्ह प्रदान किये तथा समाज कल्याण मंत्री ने डाॅ0 रूबी कुमारी, डाॅ0 रूबी अनुपमा सोरेन, डाॅ0 स्वेता बाखला, डाॅ0 संजय कुमार, सुनील कुमार गुप्ता को कैम्प की सफलता में सराहणीय योगदान के लिए प्रषस्ति-पत्र दिया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री गम्भीर बीमारी इलाज योजना के तहत पुष्पा देवी, नसरीन खानम तथा संध्या मालती देवी को ढाई-ढाई लाख रूपये का चेक प्रदान किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने एनएसवी वैन को हरी झंडी दिखाकर उसका शुभारंभ किया।  
इससे पूर्व आये हुए अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर तथा लोक गीत एवं नृत्य के द्वारा भव्य स्वागत किया गया साथ ही दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन सिविल सर्जन बी के साहा द्वारा दिया गया। दोनो मंत्रियों सहित आगन्तुक सभी अतिथियों ने एक प्रख्यात नेत्र चिकित्सक होते हुए भी सर्वाईकल कैन्सर और एनिमिया के प्रति डाॅ0 भारती कष्यप द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की।   
इस अवसर पर इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री झारखण्ड रामचन्द्र चंद्रवंषी, समाज कल्याण मंत्री झारखण्ड, डाॅ0 लोईस मरांडी, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित, आईएमए महिला शाखा की अध्यक्ष डाॅ0 भारती कष्यप, आरडीडी स्वास्थ्य डाॅ0 रंजीत मंडल, डाॅ0 योगेन्द्र महतो आदि अनेक गणमान्य उपस्थित थे। 












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