दुमका, दिनांक 19 जून 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 322
भाषा एवं संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए हमारी सरकार कृतसंकल्प है। मांझी थान में क्षेत्र के लोग सामाजिक आर्थिक शैक्षणिक आदि विविध मसलों पर सकारात्मक चर्चा कर सकेंगे। जहाँ से निकले सद्विचार अंततः संताल परगना क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगे। झारखण्ड सरकार के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दुमका प्रखंड के बांस्कनाली ग्राम में मांझी थान के षिलान्यास कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्प है। समाज के सबसे अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति तक विकास की रौषनी पहुंचे यह हमारे सरकार की प्राथमिकता है।
मांझी थान के लिए जमीन दान करने वाले तथा समारोह की अध्यक्षता करने वाले बांस्कनाली गांव के ग्राम प्रधान प्राण हेम्ब्रम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए सभी लोगों में प्राण हेम्ब्रम की भांति ही जज्बा होना चाहिए। आमजनों के सहयोग से ही सरकार विकास के लक्ष्य को प्राप्त कर सकती है। केवल सरकार के भरोसे विकास संभव नहीं है। जबतक समाज के सभी लोग विकास में अपनी भागीदारी सुनिष्चित नहीं करते तबतक विकास के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान एवं मुखिया सिर्फ शोभा का पद नहीं होता बल्कि पूरे समाज के समग्र विकास के लिए लोगों का सही मार्गदर्षन उनकी सर्वप्रमुख जिम्मेदारी है। हमारी सरकार ग्राम सभाओं को और अधिकार देना चाहती है। ताकि ग्राम सभा स्थानीय जरूरतों के हिसाब से ग्रामीण विकास की न सिर्फ रूप रेखा तैयार कर सके बल्कि उसे कार्य रूप भी दे सके। उन्होंने कहा कि गांव के लोग यह सोचें की जैसी जिन्दगी उन्होंने जी है वैसी उनके आने वाले पीढ़ी को न जीना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार स्कील्ड डेवलपमेंट के जरिये अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है। ताकि युवावर्ग समाज के मुख्य धारा से जुड़कर प्रदेष के विकास में अपनी भागिदारी सुनिष्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आठवीं या नवीं पास युवाओं को मोबाईल रिपयेरिंग, सेल्समैनसिप आदि का प्रषिक्षण देकर उन्हें रोजगार के अनुकूल बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के लिए प्रधान मंत्री मुद्रा योजना द्वारा युवाओं को ऋण उपलब्ध कराये जा रहे हैं। उन्होंने तोरपा ग्राम के एक महिला की चर्चा करते हुए कहा कि किस प्रकार उसने प्रधान मंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से ऋण प्राप्त कर ब्यूटीपार्लर खोला तथा आज वो न सिर्फ ऋणों के किस्त का आसानी से भुगतान कर रही है बल्कि उसकी आर्थिक स्थिति भी पहले से बहुत बेहतर हो गई है। उस महिला के देखादेखी कई और महिलायें स्वरोजगार की ओर प्रेरित हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जबतक हमारे समाज की आधी आबादी आर्थिक रूप से स्वावलंबी नहीं हो जाती है। तबतक पूरे समाज का सर्वांगीण विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है। स्वयं सहायता समूहों को 1 लाख रू0 ऋण के साथ साथ विभिन्न कुटीर उद्योगों को चलाने के लिए समुचित प्रषिक्षण भी दिया जाता है। उनके द्वारा तैयार सामग्री यथा कम्बल, चादर, तौलिया आदि के विपणन की भी समुचित व्यवस्था की जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में सरकारी विद्यालयों में बांटी जाने वाली पोषाक इन्ही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा सिलाये जाने की व्यवस्था की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने झारखण्ड के पिछड़ेपन के लिए अषिक्षा को सबसे प्रमुख कारण मानते हुए गांव के सभी पढ़े लिखे युवक युवतियों से अपील किया कि वे अपने समाज के लोगों को षिक्षित बनायें। उन्होंने सभी लोगों से अपने बच्चों को चाहे वो बेटा हो या बेटी पढ़ाये जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि षिक्षा से ज्ञान, ज्ञान से समझदारी तथा समझदारी से ईमानदारी पनपती है। उन्होंने बतलाया कि अषिक्षा के कारण ही आज भी हमारे समाज में डायन विसहा प्रथा जारी है। जिसके फलस्वरूप प्रत्येक वर्ष अनेक निर्दोष माता एवं बहनों की जान ले ली जाती है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रषासन द्वारा चलाये गये बेटी बचाओ बेटी पढ़ओ अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि बेटा और बेटी एक जैसे ही होते हैं। बेटा और बेटी को पढ़ाने में हमें भेद नही करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बतया कि कम उम्र में बच्चों की शादी करना कानूनन जुर्म है। ऐसा करने पर बेटी के पिता को सजा दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पहले अपने बच्चों को पढायें उसके बाद ही उसकी शादी करके विदाई करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जबरदस्ती किसी को शराब न पीने के लिए बाध्य नहीं करेगी। सरकार का यह प्रयास होगा कि लोग स्वेच्छा से शराब न पीये। क्योंकि शराब परिवार समाज एवं स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
समारोह को कैबिनेट मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी, भाजपा के राज्याध्यक्ष ताला मरांडी, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित, पूर्व सांसद अभय कान्त प्रसाद ने भी संबोधित किया। स्वागत सम्बोधन उपायुक्त दुमका राहुल कुमार सिन्हा ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन व्याख्याता शर्मिला सोरेन ने दिया।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने अम्बेदकर चैक स्थित सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के एलईडी डिजिटल होर्डिंग का भी लोकार्पण किया। इस होर्डिंग के माध्यम से प्रातः 6 बजे से अपराह्न 11 बजे तक न सिर्फ सरकार की विविध विकास योजनाओं के बारे में आमजनों को सूचनायें उपलब्ध करायी जायेगी बल्कि कई प्रकार के सरकारी कार्यक्रमों का लाईव प्रसारण भी किया जाएगा। इसकी माॅनिटरिंग रांची के सूचना भवन स्थित सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के नियंत्रण कक्ष से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने स्कूल का पानी स्कूल में कार्यक्रम के तहत $2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए बनाये गये तकनीक का भी निरीक्षण किया। विदित हो कि रेन वाटर हार्वेस्टिंग हेतु अपनाये जाने वाले विविध तकनीकों में से दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने एक तकनीक को बेहद सुगम, सरल एवं कम खर्चीला देखते हुए प्रथम चरण में जिले के 1000 मध्य एवं 110 उच्च विद्यालयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की इस तकनीक को अपनाने का निदेष दिया है। इस तकनीक के तहत स्कूली छात्र/छात्राओं द्वारा ही 30 फीट लम्बा 3 फीट चैड़ा एवं 4 फीट गहरा टेª्रंच खोदा जाता है जिसमें 9 ईंच का पत्थर भर दिया जाता है। जिसके उपर एक परत बालू दे दिया जाता है। स्कूल की छत पर गिरा सारा जल पाइप के माध्यम से ट्रेंच तक पहुँचता है जहाँ बालू और पत्थर के माध्यम से छनकर जल भूमि के अन्दर समा जाती है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास, कैबिनेट मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार अजय कुमार, आयुक्त संताल परगना प्रमंडल बालेष्वर सिंह, डीआईजी देव बिहारी शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी राजेष कुमार चैधरी, उपायुक्त दुमका राहुल कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक दुमका प्रभात कुमार, उप विकास आयुक्त चितरंजन कुमार, भाजपा राज्याध्यक्ष ताला मरांडी, नगर पर्षद अध्यक्ष अमिता रक्षित, अनुमंडलाधिकारी जिषान कमर, क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद, व्याख्याता शर्मिला सोरेन, ग्राम प्रधान के अध्यक्ष भीम मंडल, बांस्कनाली के ग्राम प्रधान, प्राण हेम्ब्रम के साथ साथ अन्य कई गणमान्य तथा बड़ी संख्या में ग्राम प्रधान उपस्थित थे।
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