Sunday 19 August 2018

दुमका 19 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 574
दुमका स्थित बालिजोर गाँव की महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं  केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के लिए आगे आयीं हैं। कहते हैं जब मन में ठान लिया जाये तो गरीबी आड़े नहीं आती। बाली चप्पल का निर्माण करने वाली इन महिलाओं ने केरल बाढ़ पीड़ितों के लिए 1000 जोड़ी चप्पल भेजने का निर्णय लेकर कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। दुमका के उपयुक्त मुकेश कुमार की केरल बाढ़ पीड़ितों की मदद करने की अपील पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने ये फैसला लिया है। इस बाबत उपायुक्त मुकेश कुमार ने उनकी इस पहल की तारीफ करते हुए कहा की ये उनलोगों की सहृदयता है और इसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाये कम है। बाली चप्पल का निर्माण करने वाली बालिजोर गाव की ये वो महिलाएं हैं जो गरीब परिवारों से आती हैं लेकिन जब अपने देश के दूसरे कोने में किसी की मदद की बात सामने आई तो अपनी गरीबी के बावजूद बिना नफा नुक्सान सोचे केरल बाढ़ पीड़ितों के मदद को सबसे पहले आगे आयीं।
केरल में लगातार हो रही बारिश से जान माल का काफी नुक्सान हुआ है। देश के कोने कोने से लोग उन बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आएं हैं जैसे बालिजोर गांव की इस स्वयं सहायता समूह ने दुमका उपयुक्त मुकेश कुमार की अपील पर 1000 जोड़ी बाली चप्पल भेजने का निर्णय लिया है।

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