दिनांक- 19 जून 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-641
अब बच्चों से भीख नहीं मंगवाएगी मां
बाल कल्याण समिति के समक्ष दो मासूम बच्चों को प्रस्तुत किया गया। करीब साढ़े तीन साल की एक बालिका एवं दो साल के बालक से उनकी माता द्वारा शहर के धर्मस्थान के पास भीख मंगवाया जा रहा था। उनकी माँ के साथ दो और महिलाएं थी। भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के आजीवन सदस्य दसरथ महतो ने इसकी सूचना समिति के चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार को दिया। समिति के चेयरपर्सन ने तत्काल चाइल्ड लाइन को दोनों बालकों का रेस्क्यू कर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। चाइल्डलाइन द्वारा दोनों बच्चों को धर्मस्थान के पास से रेस्क्यू कर टीम मेंबर शांति हेम्ब्रम एवं निशा कुमारी ने समिति के चैयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार के समक्ष प्रस्तुत किया। दोनों बच्चों के साथ उसकी माता भी समिति के समक्ष उपस्थित हुई और अपना बयान दर्ज कराया। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रहने वाले उसकी माता ने अपने बयान में कहा कि उसके पति मजदूरी तो करते हैं परंतु सारा पैसा शराब में उड़ा देते हैं। मेरे साथ मारपीट भी करते हैं और बच्चों का ध्यान भी नहीं रखते हैं। उसके पति द्वारा अपनी मां के साथ भी लड़ाई झगड़ा करने से वह भी अपनी बहन के घर दूसरे गांव में रहती है। उनके पति का पहली पत्नी से तलाक हो चुका है। वह अपना घर चलाने के लिए सप्ताह में 2 दिन शुक्रवार और शनिवार को दुमका शहर में आकर भिक्षाटन कर अपना गुजारा करती है। दोनों बच्चों की माता ने समिति को अपना बच्चा सौंपने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुद ही दोनों बच्चों का भरण पोषण कर लूंगी। घर में साग सब्जी लगाकर अपना गुजारा करूंगी। अब फिर से दुमका शहर में बच्चों के साथ आकर भीक्षाटन नहीं करूंगी। दोनों बच्चे अभी बहुत छोटे हैं स्कूल नहीं भेजा जा सकता है। इसलिए समिति ने उनकी माता से अंडरटेकिंग लेकर दोनों बच्चों को सौंपते हुए तत्काल आंगनबाड़ी केंद्र में भेजने का निर्देश दिया। सीडब्ल्यूसी द्वारा बच्चों के परिवार को सरकारी लाभ दिलाने एवं पुनर्वास के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई को निर्देशित किया जाएगा। अगली तिथि को समिति ने बालकों के माता-पिता को बैंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है। ताकि अभिभावक का काउनसिलिंग कर भीक्षाटन छोड़कर स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा सके।
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