दिनांक- 23 जुलाई 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-752
*अस्पताल से डिस्चार्ज हुआ बालक, सीडब्ल्यूसी ने भेजा घर
जामा में बेहोशी के हालत में दो दिन पूर्व मिला था 7 वर्षीय बालक
जामा हाट के पास बेहोशी की हालत में मिले 07 वर्षीय बालक को चिकित्सकों ने स्वस्थ पाकर पीजेएमसीएच से छूट्टी दे दी है। शनिवार को चाइल्डलाइन के टीम मेंबर इब्नुल हसन ने बालक को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया। बालक की नानी भी समिति के समक्ष उपस्थित हुई। सीडब्ल्यूसी सदस्य डा राज कुमार उपाध्याय एवं कुमारी विजय लक्ष्मी ने बालक, उसकी नानी और चाइल्डलाइन के केन्द्र समन्वयक मधुसूदन सिंह का बयान दर्ज किया। मधुसूदन सिंह ने बताया कि 21 जुलाई को 07 वर्षीय बालक बारापलासी रोड़ से दौड़ता हुआ जामा हाट की ओर जा रहा था कि अचानक वह गिरकर बेहोश हो गया। एक एनजीओ के स्वयंसेवक ने उसे जामा के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करा दिया था। पुलिस की सूचना पर चाइल्डलाइन ने बालक को जामा सीएचसी से लाकर पीजेएमसीएच में भर्ती करवाया जहां चिकित्सक ने उसके सीजर डिस्आर्डर से पीड़ित होने की आशंका जताते हुए कुछ जांच लिखे। सूचना मिलने पर सीडब्ल्यूसी के चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार, सदस्य डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी और नूतन बाला अस्पताल पहुंचे और बालक को देखने के बाद चिकित्सक से उसके स्थिति की जानकारी ली। अस्पताल में ब्लड जांच की सुविधा नहीं रहने पर चेयरपर्सन के निर्देश पर निजी क्लीनिक से जांच करवाया गया। चिकित्सक ने बताया कि 24 घंटे के ऑब्जर्वेशन के बाद बालक को छूट्टी दे दी जायेगी और शनिवार को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। बालक की नानी ने बताया कि वह अपने पोते के साथ बाइक से लकड़ापहाड़ी के स्कूल में पढ़ रही अपनी पोती से मिलने जा रही थी तो बालक भी साथ जाने की जिद करने लगा। उसने कहा कि वह जल्दी लौट जायेगी। बालक कब बाइक के पीछे-पीछे दौड़ते हुए भटक कर जामा के पास पहुंच गया, उसे पता ही नहीं चला। शाम में जामा हाट में एक ग्रामीण ने उसके पोते के बोहोश होने और अस्पताल में भर्ती करवाये जाने की जानकारी दी तो वह अपनी बहन के साथ अस्पताल पहुंची। नानी ने बताया कि बालक के पिता ने ढाई वर्ष पूर्व अपनी पत्नी व बच्चों को छोड़ दिया है। बालक की मां बड़ी बेटी को लेकर ईलायची तोड़ने का काम करने के लिए केरल गयी हुई है। समिति ने बालक का स्कूल में नामांकन करवा कर अगली तिथि में समिति को इस बारे में सूचित करने का निर्देश दिया। बालक को उसकी नानी के साथ घर भेज दिया गया है।
No comments:
Post a Comment