दिनांक- 29 जुलाई 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-777
एक साल बाद मां को वापस मिली अपनी बेटी
सीडब्ल्यूसी ने धनबाद से बुलवाकर बेटी को किया मां के हवाले
सम्मन पर बालिका को लेकर हाजिर हुए थे दादा और चाचा
एक वर्ष से अधिक लंबे अंतराल के बाद 06 वर्षीय बालिका को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने उसकी मां को सौंप दिया। इतना ही नहीं बालिका पर अधिकार के दावे को लेकर दो परिवारों के बीच हुई कड़वाहट को भी समिति ने लंबे काउनसिलिंग से खत्म कर दिया। धनबाद जिला के कतरासगढ़ थाना क्षेत्र से आये बालिका के दादा और चाचा ने कहा कि पुत्रवधु उनके घर आये-जाये तो उन्हें भी अच्छा लगेगा। बीच-बीच में वे बालिका से मिलने उसके नाना घर आते रहेंगे। चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि तालझारी थाना क्षेत्र की एक महिला ने बाल कल्याण समिति दुमका के बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष उपस्थित होकर शिकायत की थी कि 03.05.2021 को पति राजीव सिंह की मृत्यु के बाद ससुरालवालों ने उसकी पुत्री को उससे छीन कर मायका भेज दिया। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद वे लोग उसकी 06 वर्षीय बेटी को उसे वापस नहीं लौटा रहे हैं और उसे अवैध कब्जे में रखे हुए हैं। उसकी बेटी अपने दादा के घर में रह रही है। बेटी उसे पहचानती है। पर वे लोग उसकी बेटी को उसे नहीं सौंप रहे हैं। बाल कल्याण समिति ने इस मामले में महिला के ससुर और देवर को सम्मन भेजते हुए बालिका के साथ 28 जुलाई को बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट के समक्ष हाजिर होने का आदेश दिया था। गुरूवार को बालिका को लेकर उसके दादा और चाचा समिति के समक्ष हाजिर हुए। चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार, सदस्य रंजन कुमार सिन्हा, डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी और नूतन बाला ने बालिका, उसकी मां, दादा और चाचा का बयान लिया। समिति ने यह भी बताया कि मां के रहते हुए बालिका को चाचा अपने साथ नहीं रख सकते हैं। बालिका भी अपनी मां के साथ रहना चाहती थी। अंततः दादा और चाचा ने बालिका को उसकी मां को सौंपने के लिए रजामंदी दे दी। समिति ने अंडरटेकिंग लेकर बालिका को उसकी मां को सौंप दिया।
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