दिनांक- 21 जून 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-652
दो सालों बाद परिवार से मिला बालक
पिता की हो चुकी है मौत, हत्या के मामले में जेल में बंद थी मां
जेल से निकलते ही सीडब्ल्यूसी पहुंची मां, बेटे को ले पाकुड़ लौटी
पिछले दो वर्षों से दुमका के बालगृह में रह रहे बालक को बालक कल्याण समिति ने (सीडब्ल्यूसी) मंगलवार को उसकी मां को सौंप दिया। समिति के सदस्य रंजन कुमार सिन्हा और कुमारी विजय लक्ष्मी ने बालक एवं उसकी मां का बयान दर्ज किया। दोनों ने अपने बयान में बताया कि जन्म के पूर्व ही बालक के पिता की बीमारी से मौत हो गयी थी जिसके बाद उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली थी। बालक की मां को हत्या के एक मामले में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके साथ उसका बेटा भी पाकुड़ जेल में रहता था। बाद में इस मामले में सजा होने पर उसे दुमका केन्द्रीय कारा भेज दिया गया और उसके बालक को सीडब्ल्यूसी ने बालगृह में आवासीत कर दिया। अपील जमानत मिलने पर जेल से बाहर आकर मां मंगलवार को सीधे सीडब्ल्यूसी पहुंची और 12 वर्षीय बेटे को अपने साथ घर ले जाने की इच्छा व्यक्त की। बेंच ऑफ मजिस्ट्रेट ने बालक के सर्वोत्तम हित में उसके मां को सौंप दिया। चेयरपर्सन अमरेन्द्र कुमार, रंजन कुमार सिन्हा, डा राज कुमार उपाध्याय, कुमारी विजय लक्ष्मी और नूतन बाला ने इस मामले की सुनवायी की।
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