सूचना भवन, दुमका
प्रेस विज्ञप्ति
वासुकिनाथ, रविवार, दिनांक 16 अगस्त 2015 संख्या 269 दिनांक - 16/08/2015
स्वतंत्रता दिवस हंसा देवी और उनके परिजनो के चेहरे पर मुस्कुराहट लेकर आई...
पतरघट गांव मधेपुरा बिहार की रहने वाली हंसा देवी उस समय बेहद चिंतित थी जब देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण के बाद वह अपने गाँव से साथ आए साथियों और परिजनों से बिछुड़ गई थी। फिर भी मन में एक आषा थी कि बिछुड़े हुए परिजन फौजदारी बाबा के दरबार में मिल जाएँगे। परन्तु यहाँ भी हंसा देवी अपने साथियों से नहीं मिल पाई। रोते बिलखते वह सूचना जनसम्पर्क विभाग के मुख्य प्रदर्षनी षिविर के सूचना सहायता कर्मियों के पास पहुँची। दो दिनों तक सूचना सहायता षिविर के कर्मियों ने न सिर्फ उनके परिजनों को खोजने की हर सम्भव कोषिष की बल्कि इन दिनों उनके रहने खाने का इंतजाम भी किया। अन्ततः 14 अगस्त 2015 को सूचना सहायता षिविर के कर्मी संदीप कुमार ने अपने साथ ले जाकर श्रीमती हंसा देवी को उनके घर ले जाकर पहुँचाया। हंसा देवी के समस्त परिवार वालों ने दुमका जिला प्रषासन तथा सूचना सहायता कर्मियों को बहुत धन्यवाद दिया। ज्ञात हो कि 15 अगस्त को सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा स्थापित विभिन्न सूचना सहायता षिविरों में कुल 490 उन काँवरियों को अपने परिजनों से मिलवाया गया जो विभिन्न कारणों से अपने परिजनों से बिछुड गए थे।
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