Saturday 22 August 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

दुमका, शनिवार, दिनांक 22 अगस्त 2015   संख्या 292 दिनांक - 22/08/2015

छात्रावास के हालात देखकर बिफरे उपायुक्त -  लगायी कड़ी फटकार


दुमका के उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने आज कल्याण एवं पहाडि़या कल्याण विभाग अन्तर्गत कुरूवा, कड़हरबील, इन्दरबनी, काठीकुण्ड प्रखंड के नकटी एवं मंझियारा ग्राम में संचालित आवासीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
पिछ़ड़ी जाति आवासीय विद्यालय, कुरूवा का निरीक्षण के क्रम में पाया गया गया कि 10.30 बजे तक छात्रों को अभी तक नास्ता नहीं दिया गया है। उपस्थित रसोईया द्वारा बताया गया कि आज छात्रों को नास्ते में खीर दिया  जायेगा। परन्तु दुध विलंब से प्राप्त होने के कारण विलंब हुआ है। उपायुक्त द्वारा नास्तें के लिए बनाया गया खीर को स्वयं चख कर देखा गया एवं जिसमें चीनी की मात्रा काफी कम पायी गई। इस संबंध उपस्थित छात्राओं से पूछे जाने पर बताया गया कि विद्यालय द्वारा दिये जाने वाले भोजन ठीक ढंग से नहीं दिया जाता है। सूजी, खीर में चीनी की मात्रा कम रहती है। दुध भी कम दिया जाता है। दाल में पानी की मात्रा काफी अधिक रहती है। इस संबंध में उपायुक्त द्वारा छात्रावास अधीक्षिका एवं रसोईया को कड़ी फटकार लगाते हुए छात्रों को भोजन मेनु में निर्धारित मात्रा के अनुरूप एवं उच्च गुणवत्तपूर्ण देने की सख्त हिदायत दी गई। अन्यथा इनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। छात्रों द्वारा बताया गया कि अभी तक उन्हें किताब एवं पोषाक उपलब्ध नहीं कराया गया है। उपायुक्त द्वारा जिला कल्याण पदाधिकारी, दुमका को संबंधित संवेदक को इस संबंध में कारण पृच्छा करते हुए अविलंब पोषाक वितरण कराने का निदेष दिया। साथ ही विलंब से पोषाक वितरण करने के कारण भुगतान की राषि कटौती कर भुगतान करने का निदेष दिया। विद्यालय में पानी बिजली की समस्या अविलंब दुरूस्त करने का निदेष दिया।  
उपायुक्त ने इसी विद्यालय के समीप संचालित रा0म0वि0, कुरूवा में मध्याहन्न भोजन का निरीक्षण किया जिसमें, उन्होंने विद्यालय संयोजिका को गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने का निदेष दिया।
उपायुक्त ने 10$2 राजकीय अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय, इन्दरबनी का निरीक्षण के दौरान छात्रों के लिए बन रहें भोजन का निरीक्षण किया जिसमें, दाल में पानी की मात्रा काफी अधिक पायी गई, चावल एवं सब्जी की गुणवत्ता भी संतोषजनक नहीं पायी गई। उपायुक्त ने विद्यालय के प्राचार्य को कड़ी फटकार लगाते हुए छात्रों को गुणवत्तापूर्ण एवं स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने का सख्त निदेष दिया। इसीप्रकार उपायुक्त द्वारा आवासीय विद्यालय, कड़हरबील, काठीकुण्ड प्रखंड के नकटी के छात्रावास अधीक्षक को मुख्य रूप से भोजन स्वच्छ वातारण में तैयार कराकर गुणवर्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने का निदेष दिया गया। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही होने पर उनके विरूद्ध कार्रवाई करने का निदेष दिया गया। 
उपायुक्त ने आवासीय विद्यालय आसनसोल का निरीक्षण के क्रम में दाल एवं सब्जी की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पायी गई। इसपर छात्रावास अधीक्षिका को कड़ी फटकार लगायी गयी। छात्रावास अधीक्षिका द्वारा बताया गया कि विद्यालय में कुल 72 छात्र हैं। यहां षिक्षकों की घोर कमी है। उपायुक्त द्वारा आष्वासन दिया गया कि षिक्षकों की कमी की समस्या जल्दी ही पूरी कर ली जायेगी।
उपायुक्त श्री सिन्हा ने अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय, कडहरबील का भी निरीक्षण किया।  विद्यालय में 1-10 वर्ग तक कुल 246 छात्राएँ अध्ययन करती है। सभी छात्राओं को पोषाक एवं पुस्तक उपलब्ध करा दिया गया है। विद्यालय की स्थिति संतोषजनक पायी गई। परन्तु विद्यालय को उपलब्ध कराये गये उपस्कर डेस्क बैंच, आलमीरा, चैंकी आदि व्यवस्थित ढंग से लगाकर सदुपयोग नहीं किया जा रहा है। उपायुक्त द्वारा सुझाव दिया गया कि बिजली पानी की व्यवस्था कराकर नए भवन का भी सदुपयोग किया जा सकता है।
उपायुक्त द्वारा मेसो कार्यालय द्वारा संचालित रिंची अस्पताल, काठीकुण्ड का भी निरीक्षण किया गया। उपस्थित मरीजों से पूछे जाने पर इलाज को संतोषप्रद बताते हुए भवन में बरसात में पानी रिसने एवं शौचालय के अनुपयोगी हो जाने की बात सामने आई। उपायुक्त द्वारा इस संबंध में मरम्मति हेतु परियोजना निदेषक, आई0टी0डी0ए0, दुमका को प्राक्कलन तैयार कर विभाग से आवंटन प्राप्त करने का निदेष दिया गया। अस्पताल में 1 कुपोषित बच्चा भर्ती पाया गया। चिकित्सक द्वारा बताया गया कि मरीज की स्थिति सामान्य है, 15 दिनों तक समुचित ईलाज के बाद मरीज को भेज दिया जायेगा।
अनुसूचित जन जाति आवासीय विद्यालय, मंझिायारा का निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि विद्यालय का भवन काफी पुराना है एवं जर्जर हो गया है। छत से पानी भी रिसता है। उपायुक्त द्वारा जिला कल्याण पदाधिकारी, दुमका को विद्यालय का निरीक्षण कराकर मरम्मति हेतु प्राक्कलन सरकार को भेजने का निदेष दिया गया।















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