सूचना भवन, दुमका
प्रेस विज्ञप्ति
संख्या 219 दिनांक - 02/08/2015
दुमका दिनांक 02 अगस्त 2015
श्रावणी मेला 2015 के अन्तर्गत वासुकिनाथ धाम में दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा अधिकांष श्रद्धालू बिहार एवं उत्तर प्रदेष के विभिन्न जिलों से आये थे। षीघ्रदर्षनम, जलार्पण काउन्टर एवं सामान्य दर्षनार्थियों को मिलाकर कुल 56900 दर्षनार्थियों ने अबतक फौजदारी बाबा का जलाभिषेक कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रांगण में शीघ्र दर्षनम की भी व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के तहत दर्षनार्थी 300 रू0 का शुल्क अदा कर आसानी से बाबा वासुकिनाथ पर जल अर्पित कर सकते हैं। निःषक्त दर्षनार्थियों के लिए जलार्पण काउन्टर भी बनाये गये है। जहाँ जल चढ़ाने पर सीधे बाबा वासुकिनाथ को जल अर्पित होगा। अबतक गोलक, दानपेटी एवं अन्य स्त्रोतों से कुल 80265 रू0 चढ़ावा के रूप में प्राप्त हुआ है। कई दर्षनार्थी बाबा को सोने एवं चांदी के रूप में भी चढ़ावा चढ़ाते है। अबतक कुल 85 ग्राम चाँदी का चढ़ावा चढ़ाया गया है। मंदिर न्यास समिति द्वारा दर्षनार्थियों के लिए प्रसाद के रूप में 2 ग्राम के सोने तथा 5 एवं 10 ग्राम के चांदी के सिक्के की बिक्री की व्यवस्था भी की गई है। 5 ग्राम चाँदी के सिक्के का मूल्य 300 रू0 तथा 10 ग्राम चांदी के सिक्के का मूल्य 600 रू0 निर्धारित किया गया है। जबकि सोने के सिक्के का मूल्य प्रतिदिन बाजार भाव के हिसाब से तय किया जाता है। अबतक 10 ग्राम के कुल 5 सिक्के जबकि 5 ग्राम के कुल 2 सिक्कों की बिक्री की जा चुकी है।
जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा श्रद्धलुओं की सुविधा को ध्यान में रख कर विभिन्न स्थलों पर सूचना एवं सहायता षिविर लगाये गये हैं। इस षिविर में श्रद्धालुओं के ठहरने एवं मनोरंजन हेतु व्यापक व्यवस्था की गई है। इस षिविर के माध्यम से बिछडे हुए श्रद्धालुओं को अपने परिजनों से मिलाने का कार्य किया जाता है। प्रषासनिक षिविर स्थित सूचना सहायता षिविर में कुल 315, प्रदर्षनी षिविर में 12, रेलवे स्टेषन पर 15, बस स्टैण्ड पर 13 तथा हंसडीहा स्थित सूचना सहायता षिविर में कुल 10 बिछड़े श्रद्धालुओं को अपने-अपने परिजनों से मिलाया गया अर्थात कुल मिलाकर अबतक कुल 365 दर्षनार्थियों को अपने-अपने परिजनों से मिलाया जा चुका है। सूचना एवं सहायता षिविर में श्रद्धालुओं के लिए रात में विश्राम हेतु भी समुचित व्यवस्था की गई है। सूचना सहायता षिविर के प्रदर्षनी षिविर में 178 बस स्टैण्ड में 86 अर्थात कुल 264 श्रद्धालुओं ने जिला प्रषासन द्वारा की गई रात्री विश्राम की इस व्यवस्था का लाभ उठाया।
जिला प्रषासन द्वारा श्रद्धालुओं के यात्रा के दौरान आने वाली विभिन्न प्रकार की व्याधियों की चिकित्सा हेतु व्यापक व्यवस्था की गई है। इसके लिए जगह जगह स्वास्थ्य षिविर स्थापित किये गये है। वासुकिनाथ स्थित प्रषासनिक स्वस्थ्य षिविर में कुल 163 श्रद्धालुओं को जो विभिन्न प्रकार के घाव, छाले, बुखार, सर्दी, जुकाम आदि से पीडि़त थे उनका उपचार किया गया। जबकि प्रदर्षनी षिविर स्थित स्वास्थ्य षिविर में कुल 86 श्रद्धालुओं का उपचार किया गया।
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