Saturday 22 August 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

वासुकिनाथधाम, शनिवार, दिनांक 22 अगस्त 2015   संख्या 291 दिनांक - 22/08/2015

4 वर्षीय सूरज को मिली उसकी माँ चंदा....


सूचना सहायता षिविर के कर्मी प्रषासनिक व्यवस्थाओं की जानकारी के साथ-साथ बिछड़ों को मिलाने के कार्य में जुटे रहे। एक 4 वर्षीय सूरज कुमार अपनी माँ चंदा देवी से बिछड़ गया था। मेला क्षेत्र में कार्यरत सभी सूचना सहायता कर्मी इसकी खोज में जुट गये और बहुत जल्द उसे उनकी माँ से मिला दिया। चन्दा देवी जो गाँव हरिदासपूर जिला भागलपूर की रहने वाली है ने जिला प्रषासन को बहुत धन्यवाद देते हुए आभार प्रकट किया। मेला क्षेत्र में बिछड़ो को मिलाने की इस कवात के तहत 612 ऐसे लोगों को मिलाया गया जो मेला क्षेत्र में बिछड़ गये थें सामान्य उद्घोषण के तहत वासुकिनाथधाम के तीन केन्द्रांे से लगभग 39195 लोगों को मिलाया गया। देवघर, मलुटी, सिउड़ी, आसनसोल, भागलपूर से सम्पर्क कर 79 बिछडे़ हुए काँवरियों को मिलाया गया। साथ ही, बिहार, उत्तरप्रदेष, बंगाल, राजस्थान और मध्यप्रदेष के 774 काँवरियों के बारे में उनके परिजनों ने क्षेत्रीय उप निदेषक सूचना एवं जनसम्पर्क अजय नाथ झा से कहा कि उन्हें अपने काँवरिया परिजनों से सम्पर्क नही हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में उन काँवरियों को देवघर तथा वासुकिनाथ में सम्पर्क कर उनके परिजनों से सम्पर्क कराया गया।

स्वास्थ्य षिविर कहें या डाॅक्टर रमेष कहें मेला में बात एक ही लग रही है...


14 स्वास्थ्य केन्द्रों एवं एक रेफरल अस्पताल के साथ डाॅ0 रमेष कुमार के नेतृत्व में 10 डाॅक्टर, 65 पारा मेडिकल स्टाफ, दो मोबाईल चलन्त चिकित्सा वाहन एवं 5 एम्बुलेंस के सहारे कुल 20724 काँवरियों की चिकित्सा की गई। इसमें सबसे खास बात रही डाॅ0 रमेष कुमार की। सुबह 3 बजे से रात के 11 बजे तक प्रत्येक केन्द्र पर कुछ समय अन्तराल पर पहुँचते रहे और प्रत्येक स्थिति में मुस्कुराते हुए काँवरियों की सेवा में जुटे रहे।

भोला तेरे नाम से जग जीत लिया है हमने...


काँवरियों के मनोरंजन के लिए वासुकिनाथधाम में प्रतिदिन 11 बजे दिन से 11 बजे रात तक मयूराक्षी कलामंच में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है। इसके अलावा शनिवार एवं रविवार को हंसडीहा पुलिस इन्सपेक्टर परिसर में, सुखजोरा एवं मोतिहारा में स्वयं सेवी संस्थाओं के षिविर में सांस्कृतिक कार्यक्र कराये जा रहे हैं। अबतक कुल 81 कार्यक्रम किया जा चुका है। जिसमें बनारस के प्रसिद्ध गायिका ममता शर्मा, देवघर के गीत बहार एवं संजीव परिहस्त गु्रप तथा दुमका के मेलोडी म्यूजिकल गु्रप, प्रयास फाउन्डेषन, माँ काली कला मंदिर, झारखण्ड कला केन्द्र एवं जनमत शोध संस्थान, चित्रा के कृष्णा जी0 एण्ड पार्टी, जामताड़ा के प्रदीप कुमार चंचला ग्रुप एवं हंसडीहा के चन्द्रदेव सिंह चन्दन तथा बंगाल के कलाकारों ने मलुटी में सबका मन मोह लिया।





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