दुमका 20 अगस्त 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 606
बासुकिनाथधाम के झालमुढ़ी की बात ही कुछ और है...
श्रावणी मेला के दौरान बाबा पर जलार्पण करने वाले श्रद्धालु कई ऐसे होते हैं जो फलहारी होते हैं और जलार्पण के पश्चात् उन्हें कुछ नमकीन खाने का मन करता है और हर भारतीय के तरह उन्हें भी झालमुढ़ी ही एक अच्छा विकल्प नजर आता है।
बासुकिनाथधाम के झालमुढ़ी का स्वाद आपको कहीं नही मिलेगा। मंुगफली, सेव, टमाटर, खीरा, मिर्च, धनिया, नारियल और प्याज के टुकड़े मिलाकर उपर से उबले आलू मिलाया जाता है एवं परोसा जाता है। यह झालमुढ़ी इतनी स्वादिष्ट होती है कि श्रद्धालु बार-बार इसे खाते दिखते हैं। आप एक बार बासुकिनाथधाम के झालमुढ़ी को खाकर देखिये वैसे तो केसरिया रंग और बाबा की नगरी में कोई अमीर गरीब नहीं होता लेकिन आपको बड़े से बड़ेे लोग भी लाइन में खड़े होकर झालमुढ़ी खाते दिखेंगे। वाकई जब स्वाद की बात होती है तो झालमुढ़ी सबको बराबर बना देता है।
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